मुजफ्फरपुर: जिले के कथैया थाना क्षेत्र के रामपुर भेरियाही में छापेमारी कर पुलिस ने डकैत रामनरेश सहनी के घर से नौ केन बम बरामद किया है। रमेश सहनी पूरे गांव को बम से दहलाने व हत्या जैसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
कथैया थानेदार को इसकी सूचना मिली थी। इसके बाद वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी देते हुए थानेदार ने रामनरेश के घर छापेमारी की। इस दौरान उसके कमरे में जमीन पर रखे नौ केन बम बरामद हुआ। मौके से पुलिस ने रामनरेश को भी दबोच लिया। फिलहाल उससे कथैया थाने पर गहनता से पूछताछ की जा रही है।
कथैया पुलिस ने प्रारंभिक पूछताछ के बाद बताया कि राम नरेश सहनी का अपने भाई रमेश सहनी से जमीन विवाद चल रहा था। उसकी हत्या के लिए बम छिपाकर रखा था। थानेदार ने बताया कि बम स्क्वाड की टीम बम को कब्जे में लेकर डिफ्यूज करने की कवायद में जुटी थी। फिलहाल थाने पर रमेश सहनी को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है। इधर, पुलिस की माने तो राम नरेश सहनी हिस्ट्रीशीटर रहा है। अपने समय का कुख्यात डकैत था। उसके घर से वर्षों पहले रायफल आदि बरामद हो चुका है। देवरिया थाने की पुलिस आर्म्स एक्ट में उसे जेल भेज चुकी है। एसएसपी ने बम बरामद होने और गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
पुलिस को आशंका है कि वर्तमान में उसके नक्सलियों से तार जुड़े हैं। पुलिस पदाधिकारी का कहना है कि इस बिंदु पर पूछताछ की जा रही है। लेकिन, वह इस संबंध में कई तरह की बातें बता रहा है। पुलिस आरोपित से यह जानने के प्रयास में है कि वह बारूद व अन्य विस्फोटक समाग्री कहां से लाया। पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त किया है। मोबाइल की वैज्ञानिक जांच कराने की कवायद सर्विलांस सेल शुरू कर दी है। थानेदार ने बताया कि रामनरेश के नक्सलियों से संपर्क होने की बात सामने आ रही जिसका सत्यापन किया जा रहा है।
केन बम सुतली से बांधा गया है। उसके अंदर बारूद व अन्य विस्फोटक समाग्री भरे हुए हैं। इससे उसका वजन करीब 250 ग्राम का है। अगर बम फटता तो इसके धमाके से काफी बर्बादी होती। जान माल की भी भारी क्षति होती। पुलिस सूत्रों की माने तो रामनरेश ने ही बम बनाया है। वह वर्षों तक जेल में भी रहा है। पुराने रिकॉर्ड के अनुसार उसे बम बनाने की जानकारी है। लेकिन, समय रहते कथैया पुलिस ने बड़ी घटना होने से टाल दिया।