पटना: देश में हिजाब विवाद पर जमकर राजनीति हो रही है। भाजपा और विपक्ष के बीच वाक युद्ध जारी है। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे गैर जरूरी मुद्दा बताया है। उन्होंने कहा कि इस पर कोई विवाद ही नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कौन क्या पहनकर आते हैं। इस पर कोई बहस नहीं होना चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि इस मामले में कोर्ट में याचिका दायर की गई है। कोर्ट में सुनवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि हम लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं।
वहीं नीतीश कुमार बिहार के विशेष राज्य के मुद्दे पर भी मीडिया के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले इसके लिए शुरू से प्रयास किया गया। पहले की तुलना में बिहार सभी क्षेत्र में विकास हुआ है। लेकिन फिर भी बिहार अन्य राज्यों की तुलना में पिछड़ा हुआ है। इसका कारण बिहार में अधिक जनसंख्या घनत्व का होना है। उन्होंने कहा कि बिहार में पूरे दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा बिहार को विशेष राज्य के दर्जे का पैकेज मिलता, तो बिहार के राजस्व को किसी दूसरे क्षेत्रों में विकास के लिए राशि लगाने में मदद मिलता।
वहीं सीएम नीतीश कुमार ने जाति आधारित जनगणना पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि केंद्र से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य अपने खर्चे पर जातीय गणना करवा सकता है। पिछले कुछ महिनों से कोरोना को चलते इसे तत्काल छोड़ दिया गया था। आगे इसके लिए बिहार में सर्वदलीय बैठक की जाएगी। सभी दलों के राय से बिहार में जातीय जगणना की जाएगी। वहीं उन्होंने इस दौरान समाजवाद को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो पार्टी परिवार की राजनीति करेगी। उसका आज न कल खत्मा होना निश्चय है।