परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के हसनपुरा बाजार में बुधवार को चोरी की बाइक की खरीद-बिक्री के लिए जुटे चोरों में से एक को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है। उसके पास से बिक्री के लिए लाया गया चोरी की बाइक बरामद की गई है। जबकि उसका दूसरा साथी पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा। पकड़ा गया बाइक चोर मशरक थाने के दुरगौली गांव के देवेन्द्र सिंह का पुत्र उदय सिंह है। जबकि फरार हुआ उसका साथी उसी के गांव के राजहरण साह का पुत्र शत्रुघ्न साह उर्फ नन्हक साह था। पुलिस गिरफ्तार चोर व उसके पास से बरामद बाइक को जब्त कर थाने ले आई। पूछताछ में पुलिस को बाइक चोरी की घटनाओं के बारे में अहम सुराग मिले हैं। उसने पुलिस के समक्ष भगवानपुर थाना क्षेत्र से तीन बाइक चोरी की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। उसके पास से बरामद ग्लैमर बाइक चार-पांच दिन तरैया से चुराई गई थी। गिरफ्तार बाइक चोर उदय भगवानपुर थाना क्षेत्र के माघर गांव के एक टेन्ट हाउस (पाठा टेन्ट हाउस) में काम करता है। इस कारण वह अक्सर तिलक, विवाह व अन्य समारोह में टेन्ट लगाने के लिए जाया करता है। इस दौरान उसकी नजर इन समारोहों में आने वाले मेहमानों के बाइकों पर रहती है। उसके अन्य साथी उसके इशारों पर काम करते हैं। वे आसपास उसके इशारों की प्रतीक्षा में रहते हैं। जैसे हीं वह किसी बाइक को टारगेट करता है, इसकी सूचना वह अपने साथियों को देता है। उसके साथी मौका देख उस बाइक को उड़ा लेते हैं।
कबाड़ी की दुकानों में बेचते है बाइक
गिरफ्तार चोर ने कहा कि चोरी की बाइक को मलमलिया, हसनपुरा व अन्य जगहों पर कबाड़ी की दुकानों में मामूली दामों (पांच-सात हजार) में बेच देते हैं। हसनपुरा में चोरी की बाइक की खरीद-बिक्री के लिए बाइक चोरों के जुटे होने की गुप्त सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष विपिन कुमार पुलिसबल के साथ तत्काल वहां पहुंच छापेमारी में जुट गए। छापेमारी के दौरान एक बाइक चोर पुलिस के हत्थे चढ़ गया, जबकि उसका दूसरा साथी चकमा देकर भागने में सफल रहा। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। इस मामले में थानाध्यक्ष विपिन कुमार ने स्वयं के बयान पर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें उन्होंने उदय और शत्रुघ्न को आरोपित किया है। बरामद बाइक की पहचान के लिए तरैया थाने को सूचना दी गई है। पुलिस भगवानपुर, हसनपुरा व अन्य स्थानों के कबाड़ी दुकानों में चोरी के बाइक के खरीदे जाने के बारे में पता लगा रही है। इसमें संलिप्तता पाए जाने पर कबाड़ी दुकानदारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।