पटना: बिहार के सुपौल जिले में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है. जिले के सदर थाना क्षेत्र के छपकाही गांव के कुछ वार्डों से ली गई पक्षियों के सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. फ्लू की पुष्टि के बाद पशुपालन विभाग द्वारा गांव के एक किलोमीटर की परिधि में मुर्गे-मुर्गियों को नष्ट करने का काम शुरू कर दिया गया है. वहीं, नौ किमी परिधि के इलाके में जांच भी शुरू कर दी गई है. बता दें कि बीते 31 मार्च से छपकाही गांव के वार्ड-1 से लेकर 11 तक में कुछ मुर्गे-मुर्गियों और बत्तख की अचानक छटपटा कर मौत होने लगी थी.
पटना से आई टीम ने की जांच
वहीं, लोगों ने कई कौवों को भी मरा हुआ पाया था, जिसके बाद पशुपालन की टीम ने गांव जाकर जांच की थी. उसके बाद पटना से टीम बुलाकर सभी कुछ इन्फेक्टेड पक्षियों का सैंपल लिया गया था. सैंपलों की जांच के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. ऐसे में निदेशक पशुपालन, पटना के आदेश के बाद गुरुवार को डीएम कौशल कुमार और एसपी डी.अमरकेश के संयुक्त आदेश पर रेपिड रेस्पॉन्स टीम का गठन कर पक्षियों को मारने का काम शुरू कर दिया गया है.
पक्षियों को मारने के साथ ही गांव से सटे आसपास के सभी गांवों को चिन्हित करने के लिए टीम बना दी गयी है ताकि समय रहते बर्ड फ्लू को सीमित दायरे में रोका जा सके. छपकाही गांव को केंद्र मानते हुए एक किमी परिधि के सभी गांवों के मुर्गे-मुर्गियों को मारने के लिए विभाग ने चार टीम का गठन किया है.
पक्षी पालकों को मिलेगा मुआवजा
इस बाबत जिला पशुपालन पदाधिकारी राम शंकर झा बताते हैं कि खबरों के माध्यम से जानकारी मिली, जिसके बाद मरे और जीवित पक्षियों का सैंपल लिया गया. जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. ऐसे में विभाग के वरीय अधिकारियों के आदेश के बाद पक्षियों को मारने का काम शुरू कर दिया गया है. सभी पक्षी पालकों को मुआवजा भी दिया जाएगा. वहीं, इससे निपटने के लिए जानकारी भी दी गई है.