परवेज अख्तर/सिवान : शहर के आर्य समाज मंदिर में सोमवार को आर्य समाज क संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 197वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण एवं ध्वज यज्ञ के साथ किया गया। ऊं ध्वज का ध्वजारोहण आर्य समाज के मंत्री संजीव कुमार आर्य न किया। उसके बाद दयानंद सरस्वती के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। मंत्री ने कहा कि आज महिला दिवस भी है। महर्षि द्वारा विधवा विवाह को प्रोत्साहित किया गया था। प्रधान सुरेंद्र प्रसाद आर्य ने कहा कि जिस समय आबंडर एवं अंधविश्वास के दलदल में समाज था उस वक्त महर्षि ने आर्य समाज आंदोलन चलाकर समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया। शिव कुमार शर्मा ने उनके शिक्षा के क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव के देन महर्षि को बताया। हरिशंकर ब्रह्माचारी ने कहा कि महर्षि कीदेन अतुलनीय है। कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज के प्रधान सुरेंद् प्रसाद आर्य ने की। इस मौके पर उर्मिला देवी, संध्या कुमारी, अर्चना कुमारी आर्य, मदन मोहन कुमार मौर्य, नरेंद्र कुमार चौहान, सिद्धेश्वर पांडेय, भीशु यादव आदि उपस्थित थे।
सिवान में आर्य समाज मंदिर में मनी महर्षि दयानंद सरस्वती की जयंती
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