परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के गुठनी थाना क्षेत्र के चकिया गांव में बुधवार की सुबह दंपती के बीच वर्षों से चल रहे अंतर्कलह को लेकर पति ने अपनी पत्नी की हत्या कराने की नीयत से अपने भतीजे से ही पत्नी पर अपने लाइसेंसी रिवॉल्वर से फायरिंग करावा दी। फायरिंग के दौरान बीच बचाव को आए ससुर दुर्गा तिवारी ही पोते की गोली से घायल हो गए। शोर शराबा और फायरिंग की आवाज सुनकर वहां पहुंचे स्थानीय लोगों ने घायल को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा। जहां से घायल के पुत्र पृत्वी तिवारी और उनके पोता गोलू तिवारी ने उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में इलाज को भर्ती कराया। घायल का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। वहीं चिकित्सकों ने बताया कि घायल को गोली दाहिने पैर के जांघ में लग कर बाहर निकल गई है। खबर प्रेषण तक घायल का इलाज सदर अस्पताल में ही चल रहा था। इधर घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है। मामले में पीड़िता के पिता ने पुलिस को आवेदन देकर अपने दामाद पृथ्वी नाथ तिवारी, भतीजा गोलू तिवारी सहित भतीजी को नामजद किया है। मामले में बताया जाता है कि चकिया गांव निवासी दुर्गा तिवारी के पुत्र पृथ्वी तिवारी और गुठनी थाना क्षेत्र के ही अखिलेश मिश्र की लड़की रीना देवी की शादी 2009 में हुई। पृथ्वीनाथ तिवारी आइटीबीपी में कार्यरत हैं। लोगों की माने तो शादी के बाद पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा था। किसी कारण वश पति-पत्नी में मनमुटाव हो गया। इसके बाद बात पंचायती तक पहुंच गई। गांव वालों के अनुसार इसी कारण से अभी तक उनके बच्चे नहीं हुए हैं। बुधवार की सुबह पृथ्वी के ससुर अखिलेश मिश्र, साला मनोज मिश्रा, पतउवां गांव से इनके घर पंचायती के लिए आए थे। पंचायती के दौरान पृथ्वी तिवारी और उनके पिताजी के साथ रीना देवी के संबंध में बातचीत कर रहे थे तभी दोनों पक्ष अचानक आक्रोशित हो गए और एक पक्ष द्वारा पास में रखे रिवॉल्वर से फायरिंग कर दी गई जिसमें गोली पृथ्वी के पिता दुर्गा तिवारी के दाहिने जांघ में जा लगी। गोली लगने के बाद दुर्गा तिवारी बेहोश होकर जमीन पर गिर गई। इसके बाद दोनों पक्ष एक दूसरे पर फायरिंग करने का आरोप लगाते रहे। फायरिंग और हो हंगामे की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां एकत्रित हुए और घायल दुर्गा तिवारी को उनके पोता गोलू तिवारी ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज चल रहा है। थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बताया कि लड़की पक्ष से आवेदन मिला है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद से ही पृथ्वीनाथ तिवारी, उसका भतीजा गोलू तिवारी हथियार के साथ फरार हैं।
घायल ने मीडिया के समक्ष कई बार बदला बयान
सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में घायल दुर्गा तिवारी मीडिया के समक्ष कई तरह के बयान दे रहे थे। दुर्गा तिवारी ने इलाज के क्रम में कहाकि मुझे गोली किसने मारी मैंने नहीं देखा। इससे यह बात साफ हो रही थी कि घायल को यह पता ही नहीं है कि उसे किसने गोली मारी। जबकि घायल के साथ आए हुआ उसका पुत्र पृथ्वी नाथ तिवारी और उसका पोता गोलू बार बार दुर्गा तिवारी को समझाने में लगे हुए थे और मीडिया में कुछ भी बताने से मना कर रहे थे। इससे यह मामला विवादस्पद लग रहा था। बहरहाल पुलिस ने इस मामले में आवेदन मिलने के बाद अपनी जांच तेज कर दी है। [sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]