परवेज अख्तर/सीवान :- नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने शनिवार को बिहार बंद का असर महाराजगंज में मिला जुला रहा। बिहार बंदी को लेकर महाराजगंज में सुबह से ही बंद का असर दिखना शुरू हो गया है। ठंडी के बाद भी राजद कार्यकर्ता सड़कों पर उतर नगर की दुकानें एनआरसी के विरूद्ध में बंद करने की अपील लोगों से की। बंद का नेतृत्व राजद के प्रखंड अध्यक्ष श्यामदेव राय ने की। वही अनुमंडल मुख्यालय के राजेन्द्र चौक पर राजद कार्यकर्ताओं ने चौराहे पर टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया। एनआरसी के विरूद्ध में महागठबंधन के सहयोगी दलों ने भी आरजेडी के बंद का समर्थन किया है। बंद के दौरान उपद्रव की आशंका को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी पूरी तैयार की गई थी। बिहार बंद के कारण सड़कों पर सरकारी और निजी बसे नहीं चल रही है। सड़कों पर इक्का-दुक्का अनिवार्य अथवा निजी वाहनें ही चलती दिख रही है। दूसरी ओर बिहार बंद के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर चौक चौराहे पर पुलिस के जवान मुस्तैद दिखे। एनआरसी के विरोध कर रहे राजद कार्यकर्ताओं के नगर भ्रमण के दौरान पुलिस के जवान भी साथ चल रहे थे। अनुमंडल प्रशासन हर छोटी-बड़ी घटनाओं पर पैनी नजर रखे हुए है। एनआरसी के विरोध में धरना प्रदर्शन करने वालों में राजद के प्रदेश महासचिव अरविंद गुप्ता, रांकपा जिलाध्यक्ष इंदु देवी, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष परशुराम सिंह, जिला महासचिव रमेश उपाध्याय, जिला पार्षद चंद्रिका राम राजद नेता राज किशोर गुप्ता राजद प्रखंड उपाध्यक्ष रूपचंद, डॉ राम नारायण राम,रामनिवास शर्मा, राज नाथ महतो, मुखिया रमेश यादव, बीडीसी अशरफ अंसारी, नासिर अली उर्फ राजा, शमशाद अली, सत्येंद्र यादव, दिनेश चौधरी, मोहन यादव, साबिर हुसैन, कृष्णा प्रसाद गुप्ता, मंगल मांझी, नजरुल बारी, अशरफ खान, खालिद हुसैन, बाबू अली, मुन्ना अंसारी, जितेंद्र यादव, ब्रजकिशोर सिंह, आदि राजद कार्यकर्ता शामिल थे।
एनआरसी के विरोध में महाराजगंज में बंदी का मिलाजुला असर
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