- परिवार संग गए थे माता वैष्णव देवी के दर्शन को
- मौत के बाद घर में पसरा है मातम
परवेज अख्तर/सिवान: पकड़ी बंगाली गौशाला रोड निवासी बैद्यनाथ शर्मा के बेटे सामाजिक कार्यकर्ता बबलू शर्मा की जम्मू कश्मीर में हुई मौत के बाद शनिवार की सुबह अंतिम यात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. बबलू शर्मा पिछले दिनों पत्नी मंजू देवी व बच्चों के साथ माता वैष्णव देवी के दर्शन को गए थे. 13 जुलाई को कटरा से यात्रा शुरू कर अगले दिन वैष्णव देवी के दर्शन के बाद सभी भैरव नाथ के दर्शन को जा रहे थे. इसी बीच पैर फिसलने से वे नीचे गिर पड़े. इससे जहां उन्हें गंभीर चोटें भी आई व हार्ट फेल्योर हो गया. मौत के बाद परिवार सन्न रह गया. शनिवार की अहले सुबह परिवार के सदस्य शव के साथ घर पहुंचे तो माहौल गमगीन हो गया. बबलू शर्मा की क्षवि सामाजिक कार्यकर्ता की थी. वह पंचायत स्तरीय चुनाव में अपना भाग्य भी आजमा चुके थे. शव पहुंचने के बाद घर पहुंच परिवार के लोगों को सांत्वना देने वालों का तांता लग गया. अंतिम यात्रा में जुटे सैकड़ों लोग बबलू शर्मा की लोकप्रियता बयां कर रहे थे. अंतिम यात्रा में जीवन यादव, व्यास कुमार शर्मा, हेमंत कुशवाहा, संजय कुशवाहा, प्रमोद यादव, इमरान अली, बबलू अंसारी समेत कई लोग शामिल हुए.
पत्नी सदमे में, पड़ी है बेसुध
बबलू शर्मा की मौत के बाद घर पहुंची उनकी पत्नी मंजू देवी बिस्तर पर बेसुध पड़ी हैं. बबलू शर्मा की पकड़ी मोड़ पर इलेक्ट्रिक सामानों की दुकान है. दुकान की एक अपनी अलग ख्याति है. हालांकि अब बबलू शर्मा की मौत के बाद स्थिति दूसरी हो गई है. मुख्य कमाऊ सदस्य की मौत के बाद अब लोग चर्चा कर रहे हैं कि शायद मृतक का बड़ा बेटा दुकान चलाए. हालांकि अभी उसकी उम्र 16 वर्ष के आसपास ही है. ऐसे में लोग कई तरह की चर्चा कर रहे हैं. पड़ोसी रिंकू कुमार ने बताया कि बबलू शर्मा की मौत के बाद परिवार के ऊपर दुःखों का पहाड़ ही टूट पड़ा है. सभी सदस्य सदमे की स्थिति में हैं.