✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
नगर थाना क्षेत्र के कसेरा टोली में शनिवार की शाम तकरीबन 6:30 बजे राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में गवाह रही बदामी देवी को ढूंढते हुए सीबीआई की टीम सीवान पहुंची। इसके बाद बदामी देवी से बंद कमरे में कई घंटों तक पूछताछ किया। गौरतलब है कि शुक्रवार को पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में विशेष सीबीआई कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पुनीत कुमार गर्ग के अदालत में मौजूद उस समय सभी लोग हैरत में पड़ गए थे। जब सीबीआई द्वारा मृत घोषित गवाह बदामी देवी ने कोर्ट में उपस्थित होकर कहा था साहब में अभी जिन्दा हूँ। उन्होंने बताया कि सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में सीबीआई ने मुझे गवाह बनाया था।
लेकिन बाद में सीबीआई के किसी भी अधिकारी ने मुझे गवाही के लिए संपर्क नहीं किया। मुझे कागजातों में मृत घोषित करते हुए अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। इधर हत्याकांड में बदामी देवी के जीवित होने के पुख्ता साक्ष्य पेश करने के बाद बदामी देवी के आवेदन पर सुनवाई करते हुए सीबीआई को जवाब तलब किया था।
इसके बाद सीबीआई इंस्पेक्टर गौरव मिश्रा की ओर से एक आवेदन दाखिल कर कहा गया था कि गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर राकेश सक्सेना तथा सीवान के पचरुखी निवासी गौरीशंकर बैठा को सम्मन का तामिला करा दिया गया है। और बार-बार कहने के बावजूद भी गवाही के लिए नहीं आ रहे हैं। इसलिए उन्होंने उनके विरुद्ध वारंट जारी करने की मांग की थी। इसके बाद न्यायालय ने सीबीआई के आवेदन पर सुनवाई के बाद दोनों गवाहों पर जमानती वारंट निर्गत किया था।