परवेज़ अख्तर/सिवान:
शहर के महावीरी पथ स्थित परमात्मा दर्शन भवन में रविवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सेवा केंद्र का 34वां वार्षिकोत्सव मनाया गया। जिला जज मनोज शंकर व दारौंदा विधायक कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात आश्रम के भाई-बहनों द्वारा परमात्मा के ध्यान के पश्चात ज्ञान मुरली का श्रवण किया गया। संस्था की सफलता पर प्रकाश डालते हुए राजयोगिनी बीके सुधा बहन ने बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना 1936 में परमपिता परमात्मा शिव निराकार द्वारा प्रजापिता ब्रह्मा के शरीर का आधार लेकर सिध हैदराबाद में की गई थी। उन्होंने बताया कि संस्था का मुख्य उद्देश्य समाज में मूल शिक्षा, आध्यात्मिक ज्ञान और सहज राजयोग की शिक्षा द्वारा समाज का उत्थान एवं चरित्र निर्माण करना है। बताया कि यह संस्था संयुक्त राष्ट्र संघ का गैर कानूनी सरकारी सदस्य है तथा यूनिसेफ एवं आर्थिक और सामाजिक परिषद का परामर्शदाता सदस्य है।
इसे संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अंतरराष्ट्रीय शांति पदक से सम्मानित किया जा चुका है और विभिन्न देशों द्वारा पांच राष्ट्रीय स्तर के शांतिदूत पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं।सुधा बहन ने कहा कि विश्व में आध्यात्मिक एवं नैतिक मूल्यों की पुनस्र्थापना द्वारा सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए विभिन्न स्तरों पर यह संस्था प्रयासरत है। तत्पश्चात सभी आगत बंधुओं को ईश्वरीय उपहार दिया गया। मौके पर मुख्य रूप से डॉ. आशुतोष कुमार, डॉ. जेएन प्रसाद, डॉ. एके अनिल, डॉ. राम एकबाल गुप्ता, डॉ. कंचन माला, डॉ. रंजिता, डॉ. सरिता कुमारी, डॉ. राकेश कुमार, बीके प्रेम भाई, निर्मल भाई, सुभाष भाई, अनिल भाई, अर्जुन भाई समेत अन्य भाई-बहनों उपस्थित थे।