परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सदर प्रखंड के अमलोरी सरसर गांव में आदिवासी समाज द्वारा अपनी जनगणना की शुरूआत शनिवार को की गयी. यह जनगणना बिहार राज्य गुण महासभा के द्वारा कराई जा रही है जहां यह स्पष्ट हो सकेगी आदिवासीयो की वास्तविक संख्या कितना है और सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया जा सके. बिहार राज्य गोंड महासभा सीवान के जिलाध्यक्ष बालकुंवर साह ने कहा कि आदिवासी समाज अपने पैसे से जनगणना कराकर जिले में कितने आदिवासी है इसकी संख्या पता लगाने में जुटी हैं. क्योंकि केंद्र सरकार या बिहार सरकार के द्वारा जब भी जनगणना हुई है तब आदिवासियों की संख्या कम दिखाई जाती है.
इस जनगणना में यह स्पष्ट हो जाएगा कि आदिवासियों की संख्या अब कितनी है और आदिवासी समाज के पदाधिकारी सरकार के समक्ष अपनी जाति का आंकड़ा प्रस्तुत कर सकेंगे. जिलाध्यक्ष बाल कुंवर साह ने यह भी कहा कि यदि सरकार और हमारी निजी जनगणना में अंतर आई तो इसके बारे में सोचा जाएगा. क्योंकि सरकार के आंकड़े में आदिवासी समाज कम है इसलिए आदिवासी समाज को सारी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाती है. अब हमारी जनगणना हो जाने से समाज की वास्तविक संख्या का पता लग जाने के बाद समाज के उत्थान के लिए कमेटी बनाया जाएगा.जिसमें समाज की समस्या के लिए कदम उठाया जाएगा. मौके पर हरेंद्र प्रसाद, शंभू नाथ प्रसाद गोंड, धीरेंद्र कुमार ,नंदलाल साह गोंड, अंगद साह, पिंकू साह, अवधेश साह, धर्मेंद्र साह सुमित कुमार साह, जय प्रकाश कुमार साह, संतराज प्रसाद, शिवनारायण साह, प्रदीप कुमार साह, अक्षय लाल साह आदि लोग मौजूद थे.