पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के एक गुट के अध्यक्ष चिराग पासवान को केंद्र सरकार ने बड़ा झटका दिया है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के संपदा निदेशालय ने उन्हें पिता राम विलास पासवान के नाम से दिल्ली में आवंटित बंगला (12, जनपथ) खाली करने का आदेश फिर दिया है। चिराग पासवान के नाम से बतौर सांसद एक बंगला पहले से आवंटित है। चिराग पिता के नाम से आवंटित बंगले को उनकी पहली पुण्यतिथि तक अपने पास रखना चाहते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के आठ अक्टूबर 2020 को निधन के बाद केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के संपदा निदेशालय ने बीते 14 जुलाई को उनके पुत्र व एलजेपी सांसद चिराग पासवान को पिता के नाम से आवंटित बंगला खाली करने का आदेश दिया था। इसके बाद चिराग पासवान ने कुछ वक्त मांगा था। परिवार चाहता है कि यह बंगला आठ अक्टूबर 2021 तक उनके पास रहे। आठ अक्टूबर को राम विलास पासवान की पहली पुण्यतिथि है। चिराग चाहते हैं कि पिता की पहली पुण्यतिथि उनके नाम से आवंटित बंगले में ही मनाकर वे इसे खाली करें।
दिल्ली का 12, जनपथ वाला बंगला राम विलास पासवान का पर्याय माना जाता है। राम विलास पासवान यहां लंबे समय तक रहे। उनका निधन यहीं रहते हुए हुआ। यह बंगला एलजेपी का शक्ति केंद्र भी रहा है। चिराग पासवान इस बंगले में बचपन से रहे हैं। परिवार का इससे भावनात्मक लगाव भी रहा है। ऐसे में इस बंगले को खाली करने का आदेश चिराग पासवान को बड़ा झटका है।
रामविलास पासवान वर्षों तक केंद्रीय राजनीति में रहते हुए 12 जनपथ आवास में रहे इस आवास से उनकी यादें जुड़ी रही और अब उनके नहीं रहने के बाद चिराग और उनके परिवार को यह आवास खाली करना होगा. राजनीतिक गलियारे में आवास को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं. चर्चा यह है कि चिराग पासवान बंगले को खाली करेंगे तो 12 जनपथ आवास केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का नया ठिकाना हो सकता है. पहले यह चर्चा थी कि पशुपति पारस इस आवास में जाएंगे लेकिन अब उनकी बजाए आरसीपी सिंह के नाम की चर्चा है. 12 जनपथ आवास किसे आवंटित होगा यह तो वक्त बताएगा. लेकिन फिलहाल चिराग को यह आवास खाली जरूर करना होगा.