[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]जख्म प्रतिवेदन को ले पुलिस से ज्यादा परिजन बेचैन
परवेज अख्तर/ सिवान:- जिले के जीरादेई थाना क्षेत्र के चांदपाली गांव में 16 अप्रैल को हुई फायरिंग मामले में स्थानीय पुलिस ने घटना के चार दिन बाद भी प्राथमिकी नहीं की है। हालांकि इस घटना को पुलिस कप्तान नवीनचंद्र झा ने गंभीरता से लेते हुए दूसरी प्राथमिकी स्थानीय पुलिस को स्वयं अपने बयान पर दर्ज करने का निर्देश दिया था लेकिन उनके आदेश के बावजूद पुलिस आज तक प्राथमिकी दर्ज नहीं कर सकी है। जीरादेई थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा का कहना है कि जब तक जख्म प्रतिवेदन नहीं मिलेगा तब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं होगी। थानाध्यक्ष जख्म प्रतिवेदन प्राप्त करने के लिए सदर अस्पताल आए दिन चक्कर काट रहे हैं। उधर सूत्रों की मानें तो जख्म प्रतिवेदन पाने के लिए पुलिस से ज्यादा बेचैन दोनों पक्ष के परिजन हैं। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि दोनों पक्षों के परिजन जख्म प्रतिवेदन में सही तथ्य को छुपाने के लिए कई नेता व अस्पताल कर्मी का सहारा ले रहे हैं। यह बात भी सामने आ रही है कि अगर तथ्य को छुपा कर जख्म प्रतिवेदन डाक्टर सौंपते हैं तो उसी गांव के एक तीसरे पक्ष जख्म प्रतिवेदन पर प्रोटेस्ट करेंगे। वहीं एक पक्ष द्वारा घायल के परिजनों से लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि वे पुलिस के समक्ष पटाखे से ही घायल होने की बात कहें ताकि कांड में पुलिस की जांच कमजोर हो और मामले में सभी बरी हो जाए। वहीं सूचना यह भी है कि जख्त प्रतिवेदन में बदलाव के लिए एड़ी चोटी का जोर आजमाया जा रहा है। बता दें कि 16 अप्रैल को दो युवकों के बीच हुई आपसी विवाद में एक युवक ने तेवर में आकर घर में रखे लाइसेंसी राइफल से फायर कर दी। इसके बाद घायल युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।हालांकि घायल ने अपने पुलिस को दिए फर्द बयान में गोली लगने की घटना से इंकार कर पटाखे से घायल होने की बात कही है।