- जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा की हुई शुरुआत
- सदर अस्पताल में लगाया गया परिवार नियोजन मेला
- स्वास्थ्य कर्मियों ने निकाली जागरूकता रैली
छपरा: जिले में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का विधिवत शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ. जर्नादन प्रसाद सुकुमार ने किया। इस अवसर पर सदर अस्पताल के ओपीडी में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया। इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों व एएनएम स्कूल के छात्राओं के द्वारा जागरूकता रैली निकाली गयी। रैली को सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर सीएस ने कहा कि खुशहाल जीवन व बच्चों के भविष्य के लिए परिवार नियोजन आवश्यक है। प्रकृति में कुछ चीजें सीमित मात्रा में दी गई हैं। उसको बढ़ाया नहीं जा सकता और उसका उपयोग उसी दायरे में रहता है। सिविल सर्जन ने बताया कि संसार में जमीन, जल आदि सीमित है। ऐसे में ‘हम दो हमारे दो’ के नारे को साकार करना चाहिए। यदि परिवार में बच्चों की संख्या अधिक हो तो सभी बच्चों को एक समान हर सुविधाएं नहीं दी जा सकतीं। परिवार नियोजन के विषय में महिलाएं बिना शर्म एक-दूसरे से इसको साझा करें। विभाग का उद्देश्य नवदंपतियों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करना है जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आ सके। इस बार की थीम आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी रखी गई है। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार के साथ-साथ अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एचसी प्रसाद, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार, डीएस डॉ. रामइकबाल प्रसाद, डीएसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह, डीएमएंडई भानू शर्मा, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, हेलथ मैनेजर राजेश्वर प्रसाद, परिवार नियोजन सलाहाकार बबिता कुमारी, गौरव कुमार, बंटी रजक समेत अन्य मौजूद थे।
परिवार नियोजन मेला में महिलाओं के बीच साधनों का हुआ वितरण
सदर अस्पताल परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया। जिसमें योग्य दम्पति महिलाओं को अस्थायी साधन भी दिया गया । इसके अलावा सभी आशा कार्यकर्ताओं को छाया , निरोध, इमरजेंसी पिल्स एवं नई पहल किट वितरित की गई ।जिसमें महिलाओं को परिवार नियोजन स्थाई एवं अस्थाई सांधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। वहीं, इच्छुक महिलाओं को परिवार नियोजन की सेवाओं को उपलब्ध कराया गया। इसके साथ मांझी प्रखंड में परिवार नियोजन कार्यक्रम को लेकर आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। ताकि सेवाओं को जन-समुदाय तक पहुंचाया जा सके। परिवार नियोजन की सेवाओं को अधिक से अधिक लाभुकों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
11 से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एचसी प्रसाद ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 से 31 जुलाई तक मनाया जाएगा। इसमें कई तरह के जागरूकता अभियान चलाये जाएंगे । पोस्टर-बैनर के साथ रैली निकालकर परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाएगा। गांवों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिससे परिवार नियोजन के पति घर की महिलाओं को जागरूक किया जाए। जनसंख्या वृद्धि पर प्रभावी रोक लगाई जा सके। नवदंपतियों की काउंसलिंग की जाएगी और उनको परिवार नियोजन के तरीकों की जानकारी दी जाएगी। जिला और ब्लाक स्तर पर स्वास्थ्य इकाइयों में कंडोम बाक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। महिलाओं को गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, प्रसव के बाद आईयूसीडी सेवाओं के बारे में बताया जाएगा। स्वास्थ्य इकाइयों पर स्टाल लगाया जाएगा जिसके जरिये इच्छुक दंपति परिवार नियोजन के संसाधन प्राप्त कर सकेंगे।