जब्त किया एमओ ने और प्राथमिकी दर्ज करायी गोदाम प्रबंधक नें
छपरा : मशरक मुख्यालय अवस्थित बिहार राज्य खाद्य निगम का गोदाम कालाबाजारी को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहा है। पुलिसिया कार्रवाई में पकड़ा गया अनाज हमेशा लूट खसोट की कहानी बयां करता है मुकम्मल कार्रवाई के बजाए अधिकारी प्राथमिकी दर्ज करा हमेशा खानापूर्ति करते है। रविवार को तो गोदाम के पास ही झाड़ी में छुपा कर रखे गए चावल को दिनदहाड़े पुलिस ने जब्त किया। बाइक से चावल बाजार में ले जाने वाले खुदरा कारोबारी ब्रिज किशोर को बाइक एवं चावल सहित पुलिस ने पकड़ा। एसडीओ मढ़ौरा को स्थानीय लोगो द्वारा सूचना देने के बाद एमओ अजीत कुमार ने खाद्यान जब्त कर थाना लाया।
इस सारे प्रकरण के दौरान गोदाम प्रबंधक लीना कुमारी एवं पलदार गोदाम पर ही थे उनके आंखों के सामने कालाबाजारी का खेल चला। लेकिन जब्त किए गए अनाज को लेकर एमओ ने प्राथमिकी दर्ज नही कराया बल्कि जिसके आंखों के सामने ये खेल चल रहा था उसी गोदाम प्रबंधक लीना कुमारी ने गिरफ्तार युवक पर कालाबाजारी की प्राथमिकी दर्ज कराया। जबकि प्राथमिकी में इस बात का कही जिक्र नही है कि प्रबन्धक की उपस्थिति के बावजूद गोदाम के बाहर चावल कैसे पहुँचे। पूरे प्रकरण को लेकर प्रशासन की भूमिका की चर्चा सरेआम है आखिर गरीबो के निवाले में ही लूटखसोट क्यो नही थमता।सुत्रो कि माने तो एजीएम लीना कुमारी की पहुंच उपर तक हैं जिसका नतीजा है कि राजनेताओं एवं अधिकारियों से नजदीक होने की वजह से गोदाम से अनाज की खरीद बिक्री बड़े आसानी से होता है।अनाज बरामदगी और प्राथमिकी दर्ज करने तक पूरे प्रकरण को लेकर बाजार क्षेत्र में तरह तरह के चर्चा हो रही है।