- सिविल सर्जन व आरएडी ने प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
- चिकित्सकों व कर्मचारियों ने अपनी जान पर खेलकर लोगों को महामारी से बचाया
- जब घरों में कैद थे आम आदमी तब अस्पतालों व सड़कों पर तैनात थे कोरोना योद्धा
- सहयोगी संस्थाओं का भी सहयोग रहा महत्वपूर्ण
छपरा : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के उस दौर में जब पूरे देश में लॉकडाउन लगा था, आम लोग अपने अपने घरों में कैद थे तब अस्पतालों में व सड़कों पर कोरोना योद्धा के रूप में चिकित्सक-नर्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मी तैनात थे। चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर एक सुरक्षा प्रहरी की भूमिका निभाई और सारणवासियों को इस वैश्विक महामारी से बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों व अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सम्मानित किया गया। सदर अस्पताल के जीएनएम स्कूल में सम्मान समारोह आयोजित कर कोरोना योद्धाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर सारण के निवर्तमान सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा को विदाई दी गई तथा नए सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार का अभिनंदन किया गया।
चिकित्सकों व कर्मियों ने दिन रात मेहनत कर सारण को महामारी से बचाया:
सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए सारण के निवर्तमान सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मियों ने अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया और दिन रात मेहनत कर सारणवासियों को इस खतरनाक महामारी से बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हर किसी ने बिना डरे वक्त छुट्टी लिए दिन रात ड्यूटी की है। ऐसे में उन्हें प्रोत्साहित करना अति आवश्यक है। कर्मियों को प्रोत्साहित करने से उनके कार्य करने में अभिरुचि होती है तथा उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
सहयोगी संस्थाओं की भूमिका रही महत्वपूर्ण:
कोरोना में स्वास्थ्य विभाग ने एक टीम के रूप में काम किया और इस महामारी में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सहयोगी संस्थाओं की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण रही है। जिसमें केयर इंडिया, विश्व स्वास्थ संगठन, यूनिसेफ, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च, यूएनडीपी के प्रतिनिधियों का सहयोग काफी सराहनीय रहा। हर किसी ने विभाग के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का काम किया और जिसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिला। जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या काफी कम है और संक्रमण के मामले में अन्य जिलों की तुलना में कम है।
उत्कृष्ट कार्य के लिए इन कर्मियों को किया गया सम्मानित:
कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कई कर्मियों को सारण के नए सिविल सर्जन व निवर्तमान सिविल सर्जन के द्वारा सम्मानित किया गया। जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविंद कुमार समेत पूरी टीम को भी सम्मानित किया गया। सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य प्रबंधक को लैब टेक्नीशियन और अन्य कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिला प्रतिरक्षण कार्यालय, मलेरिया कार्यालय, सिविल सर्जन कार्यालय, सदर अस्पताल के सभी चिकित्सकों व कर्मियों को सिविल सर्जन के द्वारा सम्मानित किया गया। वहीं सहयोगी संस्था विश्व स्वास्थ संगठन, केयर इंडिया, यूनिसेफ, यूएनडीपी, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ रत्ना शरण, सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार शर्मा, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह, आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ शालिग्राम विश्वकर्मा, जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविंद कुमार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसीएमओ डॉ रंजितेश कुमार, यूनिसेफ की एसएमसी आरती त्रिपाठी, डीसीएम बृजेंद्र कुमार सिंह, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डीएमएंडई भानु शर्मा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।