- गिट्टी व्यवसायी की हत्या का मामला आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हुआ था प्रदर्शन व झड़प
- अभी तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है आरोपी
- पुलिस की निष्क्रियता पर उठने लगे है कई सवाल
छपरा: रिविलगंज थाना परिसर में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच शनिवार को हुए झड़प ,हाथापाई एवं बकझक सहित हमला में दो पुलिस कर्मी के घायल होने को लेकर पुलिस ने 27 नामजद एवं सैकड़ो अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर चिन्हित करने व गिरफ्तार करने में जुट गई है। हालाकि इसमें आधे दर्जन प्रदर्शनकारियों को भी चोटे पहुंची थी जो पुलिस द्वारा लाठी चटकाने से हुआ था। पुलिस जवानों ने आक्रोशित लोगों पर लाठीचार्ज कर खदेड़ा था। लेकिन थाना एवं पुलिस प्रशासन पर हमला करने एवं सरकारी संपत्ति की क्षति पहुंचाने के आरोप में पिन्टु सिंह सहित 26 नामजद एवं 100 अज्ञात लोगों पर रिविलगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज किया गया हैं। बताते चले कि शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े आठ बजे गौत्तमस्थान स्टेशन रेक प्वाइंट से लौटने के क्रम में हाईवा ट्रक से कुचलकर एक गिट्टी व्यवसायी की हत्या की सुनियोजित साजिश कर के की गई थी जिसके बाद शनिवार को सेमरिया पूर्वी निवासी मृतक मनोज कुमार सिंह के घर के पास सुबह आठ बजे से ग्यारह बजे तक छपरा- माँझी एन एच 19 जाम किया गया था।
मृतक के सर्मथकों ने आरोपियों के गिरफ्तारी नहीं होने से रिविलगंज थाना परिसर में हंगामा किया, तोड़फोड़ के साथ पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट किया गया। थाना पुलिस ने भी स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज कर आक्रोशित लोगो को खदेड़ा। इसमें दो पुलिस कर्मी के साथ आक्रोशित लोग भी घायल हुए थे मृतक के एक संबंधी को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया तथा उसका बाइक एवं अन्य सामान जब्त कर लिया। थाना पुलिस ने पुलिस पर हमला करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में 27 नामजद और सौ अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की है। सूत्र बताते है कि छपरा-बलिया रेल खण्ड अवस्थित गौत्तमस्थान स्टेशन पर रेक प्वाइंट शुरू होने के बाद से ही अपराधियों का अड्डा बना हुआ है तथा दो विशेष जातियों के वर्चस्व का खेल पनपा है। इसी वर्चस्व को आगे करने एवं सही तरीके से धरातल पर उतारने के लिए कई बार मारपीट, छिनतई की घटना यहां घट चुकी हैं।
गौत्तमस्थान स्थान स्टेशन रेक प्वाइंट पर आने वाली गाडि़यों से अवैध वसूली भी असामाजिक प्रवृतियों द्वारा किया जाता हैं। फिर भी पुलिस अनभिज्ञ बनी हुई है यह समझ से पड़े है। सेमरिया निवासी मनोज सिंह गिट्टी व्यवसायी के हाईवा से जानबूझकर हत्या के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि आरोपियों द्वारा रेक प्वाइंट से गाडि़यों के अवैध वसूली पुलिस की मिली भगत से किया जाता हैं और इसमें से पुलिस की आमदनी होती हैं इसलिए पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही हैं। मालूम हो कि मनोज सिंह हत्याकांड के आरोपियों द्वारा ही गाडि़यों से अवैध वसूली किया जाता हैं। यह गौरतलब है कि मृतक मनोज कुमार सिंह के गवाही के कारण ही आरोपियों में दो आज भी सजा काट रहे हैं। उधर अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस की कार्य शैली पर ही प्रश्न उठने लगे है। वैसे स्थानीय पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अपनी दबिश बढ़ा दी है ।देखना है कि आरोपी कब तक पुलिस गिरफ्त में आते है। यह समय बताएगा।