- ऑडियो- वीडियो के माध्यम से किया जायेगा जागरूक
- आशा कार्यकर्ताओं को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
छपरा: चमकी बुखार से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। इसको लेकर व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। इससे बचाव के लिए जन-जागरूकता काफी आवश्यक है। ऐसे में अभियान चलाकर समुदाय को जागरूक किया जायेगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत उपयोग में लाये जा रहे चलन्त चिकित्सा दल के वाहन, जिस पर पूर्व से ऑडियो साउण्ड सिस्टम अधिष्ठापित है पर बैनर इत्यादि प्रदर्शित कर जन-जागरूकता हेतु माइकिंग करायी जानी है।
दवा किट का होगा वितरण:
आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी सेविकाओं के बीच दवा किट का वितरण किया जायेगा। जिसमें पारासिटामोल और ओआरएस का पैकेट दिया जायेगा। चमकी बुखार की रोकथाम एवं शीघ्र प्राथमिक उपचार की व्यवस्था को अत्यधिक प्रभावकारी बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। जिला औषधि भंडार से आँगनबाड़ी केन्द्र को आँगनबाड़ी सेविकाओं के लिये उपर्युक्त औषधियों का वितरण जिला औषधि भंडार के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा आईसीडीएस के संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी तथा महिला पर्यवेक्षिकाओं की देख-रेख में और उनके उत्तरदायित्व में कराया जायेगा। आँगनबाड़ी केन्द्रों पर आँगनबाड़ी सेविकाओं को उपलब्ध करायी गयी औषधियों के वितरण-खपत का प्रतिवेदन महिला पर्यवेक्षिका के माध्यम से संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को उपलब्ध करायी जायेगी।
प्राथमिक उपचार दवाओं का उपयोग करेंगी आशा और आंगनबाड़ी सेविका:
निर्देश दिया गया है कि आँगनबाड़ी सेविका बच्चों में चमकी बुखार अथवा अन्य बीमारियों की रोकथाम एवं प्राथमिक उपचार में उक्त औषधियों का उपयोग कर सकेगी। औषधियों के खत्म हो जाने एवं अपरिहार्य स्थिति में पुनःइसकी आवश्यकता होने पर आँगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा महिला पर्यवेक्षिकाओं के माध्यम से संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में मांग पत्र समर्पित की जाएगी और उस मांग पत्र के आधार पर समीक्षोपरांत उपयुक्त संख्या में औषधियों की भरपायी संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भंडार से कक जायेगी। ओआरएस एवं पारासिटामोल सिरप आँगनबाड़ी सेविकाओं को दिए जाने संबंधी विवरणी की प्रविष्टि प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भंडार पंजी में आंगनबाड़ी सेविकाओं के नाम के साथ किया जाना अनिवार्य है।
ये है चमकी बुखार के प्रारंभिक लक्षण :
- लगातार तेज बुखार रहना।
- बदन में लगातार ऐंठन होना।
- दांत पर दांत दबाए रहना।
- सुस्ती चढ़ना।
- कमजोरी की वजह से बेहोशी आना।
- चिउटी काटने पर भी शरीर में कोई गतिविधि या हरकत न होना आदि।
चमकी बुखार से बचाव के लिए ये सावधानियाँ हैं जरूरी :
- बच्चे को बेवजह धूप में घर से न निकलने दें।
- गन्दगी से बचें , कच्चे आम, लीची व कीटनाशकों से युक्त फलों का सेवन न करें।
- ओआरएस का घोल, नीम्बू पानी, चीनी लगातार पिलायें।
- रात में भरपेट खाना जरूर खिलाएं।
- बुखार होने पर शरीर को पानी से पोछें।
- पारासिटामोल की गोली या सिरप दें।