- डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण के उपायों की जानकारी जन-जन तक पहुँचाया जायेगा
- डेंगू के मरीज मिलने पर 500 मीटर के अंदर लाविसाइडल स्प्रे का होगा छिड़काव
- आशा-कार्यकर्ताओं और आगनबाड़ी सेविकाओं को किया जायेगा शामिल
छपरा: जिले में डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जन-जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। अक्टूबर माह में डेंगू के नियंत्रण को लेकर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इसको लेकर अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम डॉ. अंजनी कुमार ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में राज्य के कई जिलों यथा गोपालगंज, पटना आदि में डेंगू मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। डेंगू एवं चिकनगुनिया का प्रसार को रोकने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एक एडवाइजरी जारी की गयी है। जिसमें डेंगू नियंत्रणार्थ गतिविधियों में और अधिक गतिशीलता लाने, लाविसाइडल स्प्रे, रैपिड रिस्पांस टीम के गठन, टेक्नीकल मालाथियान फॉगिंग, डेंगू केस रिपोर्टिंग, जन जागरूकता अभियान आदि विशेष बल देने का सलाह दिया गया है।डेंगू नियंत्रण को एक जन जागरूकता अभियान प्रारंभ किया जाना अपेक्षित है| जिसके अंतर्गत डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण के उपायों की जानकारी जन-जन तक पहुँचाने को तु पूरे जिले में जन जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।
रैपिड रिस्पांस टीम का होगा गठन
जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि जिले में एक रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया जायेगा जो डेंगू आउटब्रेक की स्थिति से निपटने में सक्षम होगी। इस टीम में डीभीबीडीसीओ, भीबीडीसीओ, भीडीसीओ, भीबीडीएस, भीबीडीसी सभी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सका पदाधिकारी अन्य स्वास्थ्य कर्मी, जीविका कार्यकर्ता, आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कर्मी को शामिल किया जायेगा। जन-जागरूकता अभियान के दौरान डेंगू के फैलने के कारण, लक्षण एवं बचाव के उपाय आदि के बारे में जागरूकता फैलाया जाय एवं आवश्यक जानकारी आमजन को दी जाय।
डेंगू के मरीज मिलने पर 500 मीटर की रेडिएस में होगा छिड़काव
डेंगू या चिकनगुनिया मरीज की पुष्टि होने पर मरीज के निवास स्थान (शहरी अथवा ग्रामीण) के आस-पास (500 मीटर रेडिएस में) तुरंत टेक्नीकल मालाथियान फॉगिंग करना सुनिश्चित किया जायेगा। साथ ही शहरी क्षेत्रों में डेंगू नियंत्रणार्थ नियमित टेक्नीकल मालाथियान के सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच कराने के लिए नगर परिषद/ नगर निगम से लाइन लिस्ट भेजते हुए अनुरोध किया जाए। इसके अतिरिक्त इन क्षेत्रों में एक्टिव सर्विलांस् कराया जायेगा ताकि नये मरीजों की पहचान हो सके।
विभिन्न विभागों के साथ होगी बैठक
पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि गतिविधि के अंतर्गत डेंगू एवं चिकनगुनिया कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए विभिन्न विभागों खासकर ग्रामीण तथा शहरी निकाय (नगर पंचायत / नगर निगम/ नगरपालिका), पंचायती राज विभाग के पदाधिकारी के साथ बैठक एवं कार्यशाला का आयोजन सुनिश्चित किया जाय तथा संचालित गतिविधियों का समय-समय पर संयुक्त समीक्षा की जाए। डेंगू एवं चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर के लार्वा को नष्ट करने के लिए जिलास्तर पर कार्यरत फाइलेरिया इकाई द्वारा लाविसाइडल का छिड़काव जल जमाव वाले स्थानों, नालों आदि में कराना सुनिश्चित किया जाए।
डेंगू से बचाव के तरीके
- मच्छरों को दूर रखने के लिए मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट, क्रीम, कॉइल और स्प्रे का इस्तेमाल करें
- बाहर जाते समय, लंबी बाजू की शर्ट और लंबी पैंट पहनें
- खिड़की और दरवाजों को सुरक्षित करें या यदि आवश्यक हो तो मच्छरदानी का उपयोग करें
- यदि संभव हो तो एयर कंडीशनिंग घर के अंदर इस्तेमाल करें