- जिले को मिला कोवैक्सीन का 10 हजार डोज
- शहर में चार जगहों समेत प्रखंड मुख्यालयों में होगा टीकाकरण
छपरा: जिले में को-वैक्सीन का इंतजार करने वाले लाभार्थियों के लिए अच्छी खबर है। जिले में आज यानि बुधवार को को-वैक्सीन के सेकेंड डोज वाले लाभार्थियों का टीकाकरण किया जायेगा। जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि को-वैक्सीन के सेकेंड डोज के लिए काफी समय से लोगों का इंतजार था अब व इंतजार खत्म हो गया है। जिले में को-वैक्सीन का 10 डोज वैक्सीन प्राप्त हुआ है। बुधवार को सिर्फ सेकेंड डोज वाले लाभार्थियों का टीकाकरण किया जायेगा। शहरी क्षेत्र में सदर अस्पताल, पुलिस केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मासूमगंव व बड़ा तेलपा में टीकाकरण होगा। वहीं प्रखंड मुख्यालय स्तर पर सिर्फ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सेकेंड डोज दिया जायेगा। इसके छपरा शहर के अंबेडकर भवन में कोविशिल्ड का प्रथम व सेकेंड डोज दिया जायेगा। लाभार्थियों से अपील है कि अपने सुविधानुसार वैक्सीन लें और दूसरों को भी टीकाकरण के प्रति जागरूक करें। जिले में व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। टीका एक्सप्रेस के माध्यम से भी टीकाकरण किया जा रहा है।
वैक्सीन हीं कोरोना संक्रमण से बचायेगा
सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने कहा कि कोरोना टीकाकरण को लेकर नागरिकों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। फिर भी कुछ लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। निश्शुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। कोरोना से बचाव के लिए सबसे सशक्त उपाय टीकाकरण है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर में टीकाकरण से लाभांवित लोगों में संक्रमण की आशंका नगण्य हो जाएगी। टीका लगने के बाद भी यदि कोरोना का संक्रमण होता है तो उसकी तीव्रता कम हो जाएगी। कोरोना की वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोगों में बुखार व जहां टीका लगा वहां दर्द की समस्या हो सकती है। बुखार आना आवश्यक नहीं है। कोरोना महामारी से बचने के लिए वैक्सीन टीका लेना जरुरी है। टीका लेकर आप और हम अपने और अपने परिवार के साथ समाज को सुरक्षित कर सकते हैं। इस खतरनाक वायरस से बचने का एकमात्र उपाया टीका ही है। ऐसे में अट्ठारह वर्ष आयु के उपर के सभी लोग वैक्सीन लें ताकि कोरोना को हराया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना का वायरस रुप बदल रहा है।
कोविड का टीका पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी
सिविल सर्जन डॉ. जर्नादन प्रसाद सुकुमार ने कहा कि कोविड -19 टीके सुरक्षित हैं और टीकाकरण गर्भवती महिलाओं को कोविड -19 बीमारी से बचाता है। हालांकि किसी भी दवा की तरह, एक टीके के भी दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो आमतौर पर हल्के होते हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद, उसे हल्का बुखार हो सकता है, इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द हो सकता है या 1-3 दिनों तक अस्वस्थ महसूस कर सकते हैं।
लाभार्थियों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार
टीकाकरण सत्र का आयोजन किये जाने के पूर्व इसकी सूचना संबंधित क्षेत्र के नगारिकों को आशा, आगनबाडी, पंचायत सेवक, जीविका के सदस्य आदि के माध्यम से एक या दो दिन पूर्व अवगत कराया जाय तथा इसे विभिन्न माध्यमों से प्रचारित प्रसारित किया जाय, जिससे लाभार्थियों में जागरूकता उत्पन्न हो इस कार्य में स्थानीय स्तर के उत्प्रेरकों यथा आशा, आंगनबाड़ी, पंचायत सदस्य जीविका के सदस्य आदि की सेवा ली जाय।
एईएफआई का प्रबंधन जरूरी
सीएस ने निर्देश दिया है कि कोविड 19 टीकाकरण के लिये आयोजित किये जाने वाले सभी सत्रों पर एनाफलैक्सिस किट की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के साथ-साथ एईएफआई के प्रबंधन की पूर्ण व्यवस्था रखी जाय| ताकि प्रतिकूल प्रभाव का ससमय समुचित सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। टीकाकरण के पश्चात् जनित कचरों का प्रबंधन बायोवेस्ट प्रबंधन के तहत किया जाना सुनिश्चित किया जाय।