छपरा: जिले में वायरल फीवर से पीड़ित 683 बच्चों का इलाज हो चुका है और उनमें सुधार भी हो रहा है। स्वाइन फ्लू का अब तक एक भी केस नहीं मिला है। हालांकि अस्पताल प्रशासन इस को लेकर काफी सजग है और प्रशासन का कहना है कि जैसे ही किसी मरीज में स्वाइन फ्लू का लक्षण मिलता है उसे तुरंत जांच के लिए भेज दिया जाएगा । आपको बता दें कि 26 अगस्त से लेकर 10 सितंबर तक छपरा सदर अस्पताल में वायरल फीवर से पीड़ित 197 बच्चों का इलाज किया गया । 1 सितंबर से लेकर 10 सितंबर तक सारण जिले के सभी सामुदायिक केंद्रों पर जो वायरल फीवर से पीड़ित 486बच्चे का इलाज किया गया। आपको बता दें कि सारण जिले में सबसे अधिक दरियापुर प्रखंड में वायरल फीवर से बच्चे बीमार रहे।
यहां अब तक120 बच्चे वायरल फीवर से पीड़ित थे जिनका इलाज किया गया। सबसे कम इस जिले में बनियापुर प्रखंड में वायरल फीवर के केस मिले। यहां महज 10 बच्चों में वायरल फीवर मिले जिनका इलाज बनियापुर स्वास्थ्य केंद्र पर किया गया। मौसम का मिजाज बदलते ही जिला अस्पताल से लेकर रेफरल अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बीमार बच्चों की भीड़ बढ़ने लगी है । हालांकि अब इसमें काफी सुधार हो रहा है और वायरल फीवर से पीड़ित बच्चों की संख्या अब अस्पतालों में धीरे-धीरे कम होने लगी है। हालांकि अभी भी निजी अस्पतालों में भी वायरल फीवर के बच्चे आ रहे हैं। छपरा सदर अस्पताल के ओपीडी में फिजिशियन विभाग में और शिशु विभाग में पहले की तुलना में इन दिनों मरीजों की संख्या में कमी आई है ।