मास्क नहीं पहननें के हजारों बहानें, लेकिन पहननें का एक कारण है जिम्मेदारी
छपरा: जिले में कोरोना संक्रमण अभी टला नहीं है। ऐसे में लोगों को अभी भी सतर्कता व सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि कोरोना से बचाव का एक मात्र उपाय सावधानी है। इसलिए जहां कहीं भी जाएं मास्क का उपयोग जरूर करें। ऐसे में शादी का सीजन शुरू हो गया है। किसी भी समारोह में जाएं तो कोविड अनुरूप नियमों का पालन करें। उक्त सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने आमजनों से अपील करते हुए कहीं। उन्होने कहा शादी समारोह में भी कोविड अनुरूप व्यवहारों का पालन बहुत जरूरी है। जहां तक संभव कम से कम लोगों के बीच किसी भी समारोह का आयोजन करें।
अपने हिस्सें की जिम्मेदारी निभाएं
सिविल सर्जन ने कहा कि मास्क नहीं पहननें के हजारों बहानें हो सकते हैँ। लेकिन मास्क पहननें का कारण सिर्फ जिम्मेदारी है। इसलिए अपने हिस्से की जिम्म्दारी निभाएं। मास्क को अपनी ढाल बनाएं। जहां भी जाएं दो गज की दूरी का पालन जरूर करें। वैक्सीन आने तक बचाव ही कोरोना का सबसे बड़ा इलाज है। इसलिए सतर्कता व सावधानी अवश्य बरतें।
लक्षण दिखते ही बनाएं दूरी
कोरोना के लक्षण आने में एक से दो हफ्तों का समय लगता है। ऐसे में सबसे जरुरी है कि हम मास्क का उपयोग करें और बाहर सिर्फ जरुरी काम से ही जाएं। बाहर जाने पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वहीं खांसी, सर्दी, सांस लेने में तकलीफ, स्वाद की कमी जैसे लक्षण दिखते ही कुछ समय के लिए खुद को परिवार तथा बाहरी लोगों से दूरी बना लें।
मास्क को लेकर इन बातों का जरूर रखें ध्यान
मास्क को धो कर इस्तेमल करें। बेहतर है कि मास्क को कीटाणुरहित करने के लिए गर्म पानी व डिटॉल के घोल में 10 से 15 मिनट तक डुबो कर रखें और इसके बाद साबुन से धो लें। मास्क को अच्छी तरह खुली धूप में 4 से 5 घंटे तक जरूर सुखायें ताकि नमी नहीं रहे. नमी वाले मास्क का इस्तेमाल नहीं करें। नमी वाले मास्क में कीटाणु पनपने की संभावना अधिक हो जाती है। मास्क लगाने के बाद उसे बार-बार उतारना व उसे गंदे हाथों से भी छूना सही नहीं है. मास्क को पूरी तरह से नाक और मुंह पर लगायें।