छपरा: अनुमंडल क्षेत्र के सिसवा गांव में एक अपराधी का पीछा कर रही पुलिस के साथ चली गोली से बारात का परिछावन कर रही एक महिला जख्मी हो गयी। गोली लगने से जख्मी महिला का इलाज छपरा सदर अस्पताल में किया जा रहा है। इधर इस घटना को लेकर ग्रामीणों ने गौरा ओपी प्रभारी पर गोली चलाने का आरोप लगाते हुए विरोध में सिसवा के पास गौरा- छपरा रोड को कई घण्टे जाम कर आगजनी की। ग्रामीण शैलेश शर्मा सहित अन्य लोगों का कहना है कि गांव के केदार सिंह के पुत्र विकास की बारात निकल रही थी और उनके परिछावन में गांव की अनेक महिलाएं शामिल थी। इसी दौरान अपराधी का पीछा करते गौरा ओपी प्रभारी केडी यादव वहां बाइक से आये और अचानक गोली चला दी। गोली पवन टेंट हाउस के संचालक मनोज कुमार की बुआ शांति देवी के पीठ में लगी और सीने की ओर से बाहर निकल गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने उक्त ओपी प्रभारी के साथ हाथापाई भी की। बाद में किसी तरह जख्मी महिला को इलाज के लिए छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कुख्यात अपराधी का थानाध्यक्ष कर रहे थे पीछा
गौरा ओपी के प्रभारी केडी यादव ने उक्त महिला पर गोली चलाने से साफ इंकार करते हुए कहा कि वे घटना के वक्त एक कुख्यात अपराधी राजेश सिंह का पीछा कर रहे थे। वह अपराधी पुलिस की ओर अपना पिस्टल ताने अपने उक्त परिछावन में शामिल महिलाओं के झुंड से होकर भागा। इसी वक्त न जाने कहां से गोली चली जो उक्त महिला को लग गई। ओपी प्रभारी का कहना है कि गोली लगने के बाद ग्रामीणों का जबर्दस्त विरोध झेलते हुए उन्होंने इलाज के लिए इस महिला को छपरा सदर अस्पताल भेजवाया। उधर रोड जाम कर रहे उग्र ग्रामीणों का कहना था कि गोली चलाने वाले गौरा ओपी के प्रभारी को तत्काल निलंबित करते हुए उनके ऊपर सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाये। घटना की सूचना पाकर मौके पर मढ़ौरा के बीडीओ, सीओ, एसडीओ और डीएसपी अन्य कई थानों के पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पंहुचे। अधिकारी रोड जाम कर रहे उग्र ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास कर रहे थे। डीएसपी द्वारा कार्रवाई के आश्वासन के बाद जाम हटा। सदर अस्पताल छपरा में उक्त जख्मी महिला का इलाज जारी है और जख्मी महिला पूरी तरह से होश में बताई जाती है । इस मामले फिलहाल कोई प्राथमिकी दर्ज नही की जा सकी है।