परवेज अख्तर/सिवान: जिला मुख्यालय समेत प्रखंड क्षेत्रों में दर्द भरे नौहों और या हुसैन की सदाओं के साथ हजारों की संख्या में गमजदा चेहरों ने नम आंखों से कर्बला के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों की शहादत की याद में यौमे आशूरा के 40वें दिन मनाया जाने वाला चेहल्लुम गुरुवार को जिले में अकीदत और परंपरागत तरीके से मनाया गया। मौके पर ताजिया जुलूस भी निकाला गया। अकीदतमंदों ने कर्बला के शहीदों को नेयाज व फातेहा पढ़कर खिराज ए अकीदत पेश किया। कुछ जगहों पर लोग इमामबाड़ा पहुंचे और फातेहा पढ़ा।
इसके साथ ही घर-घर व इमामबारगाहों के चौक पर रखे गए ताजियों का जुलूस निकालकर उन्हें कर्बला पर देर शाम तक बड़े ही एहतराम से नम आंखों के बीच सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में बच्चे से लेकर बूढ़े तक जंजीरी मातम कर एक तरफ जहां लोगों ने इमाम हुसैन के द्वारा दी गई शहादत की कुर्बानी को याद किया। वहीं दूसरी ओर जंजीरी मातम कर अपने कला का प्रदर्शन भी किया। इमाम चौक पर ढोल ताशे बजा कर कर्बला के मैदान में हुसैनी लश्कर और यजीदी फौज के बीच हुई जंग में इमाम हुसैन और उनके परिवार व खानदान के सदस्यों समेत सभी 72 शहीदों को याद किया गया और इमाम हुसैन के सत्य मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
सुरक्षा को लेकर चाक चौबंद थी व्यवस्था :
जिला मुख्यालय में सभी जुलूस रुट चार्ट के अनुसार ही निकाले गए। इस दौरान शहर के प्रमुख चौक-चौराहोंं सहित सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा को लेकर चप्पे-चप्पे पर चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। शहर के शांति वट वृक्ष चौक पर अर्द्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई थी।