- 30 प्रतिशत वैक्सीन का उपयोग प्रथम डोज के लिए होगा
- वैक्सीन की बर्बादी पर रोक लगाने का निर्देश
- प्रथम खुराक के 12 से 16 सप्ताह के अन्तराल पर दूसरा डोज
छपरा: कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान चल रहा है। जिले में अब 18 से 44 वर्ष तक के व्यक्तियों का भी टीकाकरण किया जा रहा है। वहीं 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के व्यक्तियों के कोविड 19 टीकाकरण के लिए भारत सरकार द्वारा निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करायी जा रही है। भारत सरकार द्वारा निर्देशित है कि 45 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लाभार्थियों के लिए उपलब्ध आवंटन के 70% वैक्सीन का उपयोग प्राथमिकता के आधार पर द्वितीय खुराक के लाभार्थियों के टीकाकरण में किया जाय। इसके साथ ही शेष 30% वैक्सीन का उपयोग प्रथम खुराक के लाभार्थियों के लिए किया जाय। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि वैक्सीन की बर्बादी को राष्ट्रीय मानक से कम किया जाय। भारत सरकार द्वारा 45 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लाभार्थियों हेतु उपलब्ध करायी गयी वैक्सीन के उपयोग में 70:30 अनुपात का अनुपालन नहीं किये जाने तथा बर्बादी अधिक होने पर वैक्सीन के आवंटन में कटौती की सूचना दी गई है।
आशा कार्यकर्ता, पंचायत सदस्य व मैसेज के माध्यम से किया जायेगा जागरूक
कोविड 19 टीकाकरण के द्वितीय खुराक के ड्यू लाभार्थियों की सूची कोविन पोर्टल से प्राप्त कर लाभार्थियों के उत्प्रेरण के लिए सत्र स्थल से संबंधित आशा, आंगनबाड़ी, पंचायत सदस्य आदि के माध्यम से उत्प्रेरित कराकर टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया जाय। इसके लिये प्रखंड स्तर से ड्यू लाभार्थियों को दूरभाष और मैसेज के माध्यम से टीकाकरण हेतु सूचित करने का निर्देश दिया है।
प्रथम खुराक के 12 से 16 सप्ताह के अन्तराल पर दूसरा डोज
कोविड 19 टीकाकरण के अन्तर्गत पात्र लाभुकों को कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी खुराक को प्रथम खुराक के 12 से 16 सप्ताह के अन्तराल पर दिया जाना है। ज्ञात हो कि पूर्व में इसे 6 से 8 सप्ताह के अन्तराल पर दिया जा रहा था। पात्र लाभुकों को कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी खुराक को प्रथम खुराक के 12 से 16 सप्ताह के अन्तराल पर दिया जाना सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही कोविशील्ड वैक्सीन से आच्छादित लाभार्थियों को दो खुराक के अन्तराल के संबंध में सूचना टीकाकरण के दौरान टीकाकर्मी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाय।