- गांव-गांव में मीटिंग कर लोगों को कोविड टीकाकरण के प्रति किया जागरूक
- अशिक्षित लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करना रहा चुनौतीपूर्ण
- जागरूकता से बदली बसही पंचायत के लोगों की सोच
- अपने निजी वाहन से महिलाओं को टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने में निभायी भूमिका
छपरा: जिले में उस वक्त ग्रामीणों के विरोध और जागरूकता के अभाव के कारण टीकाकरण अभियान को गति देने में स्वास्थ्य विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी। टीकाकरण के प्रति लोगों में तरह-तरह अफवाहें थी। अफवाहों को दूर करने में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के साथ-साथ समाजसेवियों ने भी अपने कर्तव्यों का बखूबी निवर्हन किया है। हम बात कर रहें सारण जिले के लहलादपुर प्रखंड के बसही पंचायत के युवा समाजसेवी नबी आजाद की। जिन्होंने समाजसेवा कर एक मिसाल पेश की है। “नबी आजाद” कोरोना महामारी के उस दौर में लोगों को जागरूक करने के लिए घर-घर और गांव गांव जाते थे, जब आम आदमी अपने घरों में कैद था। कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लागू था। अपनी जान की सुरक्षा करते हुए समाज सेवी नबी आजाद ने अपने पंचायत के प्रत्येक गांव के लोगों को जागरूक किया और टीकाकरण के महत्व पर चर्चा की। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई व स्थिति सामान्य हुई तो शारीरिक दूरी का पालन करते हुए प्रत्येक गांव में सामुदायिक बैठक कर महिला-पुरुष व बुजुर्गों को टीकाकरण के महत्व के बारे में जानकारी दी गयी। समाजसेवी नबी आजाद ने अपने पंचायत क्षेत्र में माइक्रोप्लान बनाकर जागरूकता अभियान चलाया और जागरूकता अभियान का सकारात्मक प्रभाव भी दिखा। लगातार लहलादपुर प्रखंड टीकाकरण अभियान में जिले के अन्य प्रखंडों से आगे रहा।
अपने निजी वाहन से महिलाओं को टीकाकरण केंद्रों तक पहुंचाया
समाजसेवी नबी आजाद का कहना है कि समाजसेवा सबसे बड़ी सेवा है। इसलिए मैं जी-जान से लोगों की सेवा करता हूं। टीकाकरण केंद्रों पर आने-जाने में महिलाओं को परेशानी न हो इसके लिए मैने अपने निजी वाहन का प्रयोग करते हुए महिलाओं को टीकाकरण केंद्रों तक पहुंचाया ताकि पुरुषों की तुलना में महिला पीछे नहीं रहे और मेरे पंचायत के प्रत्येक व्यक्ति का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जा सके। युवा समाजसेवी नबी आजाद को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित कम्युनिकेशन टास्क फोर्स का सदस्य भी बनाया गया है।
पहले झीझकते थे लोग, अब करते पैरवी
सारण जिले के लहलादपुर प्रखंड के बसही पंचायत में करीब पांच गांव हैं । इस पंचायत में एससी-एसटी ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की जनसंख्या अधिक है। इस गांव में 13 हजार से अधिक जनसंख्या है। शुरुआती दौर में टीकाकरण को लेकर लोग झिझक रहे थे। तरह-तरह के बहाना बना रहे थे। लेकिन जागरूकता ने लोगों की सोच बदल दी। अब इस गांव के लोग युवा समाजसेवी से यह कहते नहीं थकते हैं कि मुझे भी कोरोना वाला टीका लगवा दीजिए। इस गांव में अब तक करीब 80 प्रतिशत से अधिक लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा चुका है।
समाज सेवा के लिए राष्ट्रपति आवार्ड के लिए हुआ है चयन
युवा समाजसेवी नबी आजाद की अपने क्षेत्र में एक अलग पहचान है। उनकी बातों को हर कोई सुनता है। समाज सेवा में उनका योगदान काफी महत्वपूर्ण है। नबी आजाद को समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। इसके साथ सारण जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने उनकी कार्यों की प्रशंसा की है। नबी आजाद को कई सरकारी समारोह में सम्मानित भी किया जा चुका है।