छपरा: बुधवार, माघ मास की अंतिम पूर्णिमा के, ( उपरांत फाल्गुन का महीना आरंभ हो जाएगा)। इस पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इसी तिथि पर संत रविदास का जन्म हुआ था इस कारण से माघी पूर्णिमा विशेष महत्व है। वहीं इस माघी पूर्णिमा के अवसर पर चिरान्द विकास परिषद तथा गंगा समग्र के संयुक्त तत्वाधान में बंगाली बाबा घाट पर गंगा महाआरती सम्पन्न किया गया ।
जानकारी हो कि, हिंदू धर्म में माघ के महीने का विशेष महत्व होता है। माघ का महीना स्नान, ध्यान, जप, तप और दान करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माह माना गया है। इस बार बुधवार यानि कि 16 फरवरी को माह मास की अंतिम पूर्णिमा है,फिर इसके बाद फाल्गुन का महीना आरंभ हो जाएगा। इसी के मद्देनजर गंगा महाआरती का आयोजन किया गया। आरती के मुख्य यजमान शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर आर बी सिंह उनके उनके पुत्र गोपाल सिंह तथा पुत्र वधू वंदना सिंह बने वाराणसी से आए आचार्य पंकज पाठक द्वारा वैदिक विधि से गंगा पूजन कराया गया तत्पश्चात महा आरती प्रारंभ की गई ।
उक्त अवसर पर चिरान्द विकास परिषद तथा गंगा समग्र के पदाधिकारी सदस्य श्याम बहादुर सिंह ,रणवीर सिंह, मनोज कुमार तिवारी जजन प्रसाद यादव सुमन साह, गुड्डू सिंह, मिथिलेश सिंह, बहारन राय, सुरेश पासवान पवन कुमार नागेंद्र कुमार हर्ष रंजन, उत्कर्ष रंजन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे। चिरान्द विकास परिषद के सचिव व गंगासमग्र के उत्तर बिहार के सह संयोजक श्रीराम तिवारी ने बताया कि वैसे तो, हर माह पूर्णिमा को बंगाली बाबा घाट पर गंगा महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन, पिछले एक माह से कोरोना संक्रमण के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था ।