छपरा : जिले के मशरक थाना क्षेत्र से गुजर रही मशरक सतरघाट एस एच-90 और मशरक सिवान शीतलपुर एसएच-73 सारण जिले में हाल के दिनों में सड़क दुघर्टना में सर्वाधिक हादसे का जोन बन गया है।हालाकि कई जगहों पर बचाव को लेकर साइन बोर्ड लगाएं गये है पर वे सुरक्षा जानकारी देने के लिए पर्याप्त नही है।मशरक में हाल के दिनों में सारण जिले में सबसे ज्यादा सड़क दुघर्टना हुई है जिसमें दर्जनों लोगों की जान चली गई है या सैकड़ों अपंग या विकलांग हो गई गये।सबसे ज्यादा सड़क दुघर्टना की घटनाएं थाना क्षेत्र से गुजर रही एस एच-90 और एस एच-73 पर ही हुई। वैसे आपकों बता दें कि मशरक थाना से गुजर रही दोनों हाईवे सड़क पर कोई ऐसा दिन नही रहा है जिस दिन इन सड़कों पर सड़क दुघर्टना न होती हो और लोग असमय मौत के गाल मे समा जा रहें हैं या अपंग हालत में जीने को मजबूर हो गए हैं।
वैसे कुछ नाम मात्र जगहों पर यातायात नियमों की जानकारी जैसें धीरे चलें,आगे तीखा मोड़ हैं, मोबाईल का इस्तेमाल वाहन चलाते समय न करें।वैसे मशरक से गुजर रही एस एच-73 और 90 लम्बी दूरी के अवागमन के लिए बेहतरीन सड़क हैं जिससे यूपी के लोग सिवान जिले और गोपालगंज जिले के रास्ते बिहार की राजधानी पटना और झारखंड जाने का बढ़िया और सुलभ सड़क हैं। जिससे प्रतिदिन हजारों की संख्या में छोटे बड़े वाहन आते जाते रहते हैं पर इस इलाके में एक बदहाल पीएचसी को छोड़कर सड़क दुघर्टना होने पर किसी बड़े स्वास्थ्य सेवा केंद्र पर जाने के लिए 50 किलोमीटर की ल़बी दूरी तय कर छपरा जिला मुख्यालय जाना पड़ता है जिसमें अधिकांश घायल या तो मृत हो जातें हैं या अपंग होकर बदहाल जीवन जीने को मजबूर हो जातें हैं। पिछले साल यहां के लोगों ने स्थानीय भाजपा सांसद से एक दुर्घटना सहायता सेन्टर स्थापित करने की मांग की जिसमें सिर्फ इमरजेंसी सेवा ही रहें।जिस पर सासंद द्वारा स्थापित करने की कोशिश करने की बात बताई गई।