- 15 प्रखंडों में गांव-गांव जाकर किया जायेगा सर्वे
- सेंट्रल टीबी डिविजन स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गांवों का किया गया चयन
- टीबी से बचाव के प्रति किया जायेगा जागरूक
- सर्वे के दौरान लक्षण वाले व्यक्तियों की होगी सैंपल जांच
छपरा: टीबी उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध और संकल्पित है। इसको लेकर विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने टीबी उन्मूलन में बेहतर कार्य करने के लिए 2022 सब नेशनल सर्टिफिकेशन के तहत मिलने वाले कांस्य पदक (ब्रांज मेडल) के लिए सारण जिले के नाम को प्रस्तावित किया है। वैसे तो बिहार के सारण प्रमंडल के तीनों जिलों के नामों को प्रस्तावित किया गया है। लेकिन सारण जिले का नाम सबसे ऊपर है। सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि टीबी उन्मूलन में बेहतर कार्य करने के लिए जिले को कांस्य पदक के लिए राज्य द्वारा नाम को प्रस्तावित कर केंद्र सरकार के पास भेजा गया है। जिले को कांस्य पदक मिलने की पूरी संभावना है। हमलोगों ने बेहतर कार्य किया है। अगर सर्वे में हम लोग सफल होते हैं, तो 24 मार्च को मेडल मिल जायेगा।
केंद्र सरकार के निर्देश पर दो सदस्यीय सर्वे टीम गठित:
सीडीओ डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि आईसीएमआर केंद्र सरकार व राज्य सरकार की टीम के नेतृत्व में जिले के 15 प्रखडों में टीबी मरीजों के संबंध में सर्वे किया जायेगा। इसके लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर दो-दो स्वास्थ्यकर्मियों की टीम बना दी गयी है। केंद्र सरकार की टीम के निर्देश पर सभी टीम जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर 15 दिनों तक लोगों के सैंपल लेगी। जांच के बाद पॉजिटिव आने पर इलाज की सुविधा मुहैया करायी जायेगी।
टीम वर्क से मिलेगी सफलता:
डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि टीबी मुक्त भारत के तहत जिले को यह उपलब्धि टीम वर्क के कारण मिली है। जिले में क्षय रोग शाखा के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक ने पूरे मनोयोग से टीबी उन्मूलन के लिए प्रयास किए। बिना किसी अतिरिक्त सरकारी सहायता के सभी के द्वारा निःस्वार्थ भाव से किए गए इन प्रयासों से ही यह सफलता प्राप्त हो सकी है।
जिले के इन 15 प्रखंडों का हुआ चयन:
सर्वे के लिए केंद्र सरकार के द्वारा जिले के 15 प्रखंडों के एक-एक गांव का चयन किया गया है। दो सदस्यीय सर्वे टीम बनायी गयी है। सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर सर्वे टीम को रवाना किया है। यह टीम 15 दिनों तक सर्वे करेगी। इसके लिए जिले के रिविलगंज, जलालपुर, मढौरा, सोनपुर, मांझी, बनियापुर, रिविलगंज, छपरा सदर, गड़खा, एकमा, मशरक, अमनौर, दरियापुर, दिघवारा प्रखंड के एक-एक गांवों का चयन किया गया है। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, सीडीओ डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद, डीपीएम अरविन्द कुमार, डब्लयूएचओ कंसल्टेंट डॉ. रणवीर चौधरी, डॉ. वीजेंद्र सौरभ, डीपीसी टीबी हिमांशु शेखर, एसटीएस रामप्रकाश, एसटीएलएस अमित कुमार, पवन कुमार ओझा, रत्न संजय, अनंत कुमार समेत अन्य मौजूद थे।