छपरा : एक तरफ निजी क्लीनिक में चिकित्सक कोरोना संक्रमण के भय से अपने आप को सेफ कर लिए हैं वही मशरक पीएचसी में कार्यरत चिकित्सक समेत स्वास्थ्य कर्मियों ने तों ठान लिया हैं कि आप घर पर रहकर अपना ख्याल रखिए, हम पीएचसी में आएं मरीजों का इलाज कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कोरोना को हराना है तो सबको अपनी- अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी। यह कहना है मशरक पीएचसी में जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सकों और स्टाफ का। सोमवार को पीएचसी प्रभारी डॉ अनंत नारायण कश्यप ने कोरोना को हराकर अपने ड्यूटी पर लौटने पर पीएचसी में सभी चिकित्सकों व कर्मचारियों ने बधाई दिया।
पीएचसी प्रभारी पिछले दो सप्ताह पहले मरीजों के इलाज के दौरान कोरोना संक्रमण के शिकार हो गए थे साथ ही उनकी पत्नी भी संक्रमित हो गई थी जिन्हें 14 दिन के लिए घर में क्वारंटीन कर दिया गया है।चौदह दिन बाद ठीक होने पर वापस आने पर प्रभारी के हौसले बुलंद हैं और वे जोश से भरे हुए हैं। 14 दिन के बाद फिर से पीएचसी में मरीजों के इलाज में जुट गये है। मौके पर पीएचसी प्रभारी डॉ अनंत नारायण कश्यप ने बताया कि पीएचसी में जो भी संसाधन उपलब्ध है उससे आम आदमी की भरपूर इलाज करने की कोशिश की जा रही है। कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान लगातार पीएचसी और पोषक क्षेत्र में अलग-अलग गांवों में चलाया जा रहा है वही 1 मई से सरकार द्वारा घोषित 18 वर्ष से उपर के व्यक्ति को कोरोना टीकाकरण से लाभान्वित करना है उसकी भी तैयारी की जा रही है।वही पीएचसी में आने वाले सभी मरीजों का कोरोना जांच किया जा रहा है। वही पाज़िटिव मरीज को होम क्वारेटाइन कर उनका मेडिकल टीम के द्वारा देख रेख किया जा रहा है।