परवेज अख्तर/सिवान: चैनपुर ओपी क्षेत्र के नवादा निवासी जयनारायण सिंह के पुत्र रितेश सिंह उर्फ गोरख सिंह की हत्या मामले में मुखिया मीरा देवी के पुत्र रितेश सिंह ने चैनपुर ओपी प्रभारी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।उन्होंने चैनपुर ओपी प्रभारी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए एसपी को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। एसपी श्री शैलेश कुमार सिन्हा को दिए गए आवेदन में उन्होंने कहा है कि 13 नवंबर की रात थानाध्यक्ष ने राजनीतिज्ञ विरोधियों के मेल में आकर गोरख हत्या कांड में मुझे फंसाने की कोशिश की, भूखे कमरे में बंद रखे व मुझे चुप रहने की धमकी दी जबकि घायल रितेश को इलाज कराने के लिए अस्पताल ले गया था।
मृत रितेश सिंह उर्फ गोरख के पिता पर भी एफआइआर में मेरा नाम डालने के लिए दबाव बनाया तथा सूचक से सादे कागज पर हस्ताक्षर कराने की कोशिश की। जब केस के सूचक ने मेरा नाम नहीं दिया तब पुलिस ने मुझे छोड़ा। अभी भी चैनपुर ओपी प्रभारी मुझे मुंह बंद रखने अन्यथा बर्बाद करने की धमकी दे रहे हैं। मुखिया पुत्र ने एसपी,आइजी, डीआइजी, मानवाधिकार आयोग से आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।थानाध्यक्ष अभिनंदन यादव ने बताया कि ये सभी आरोप बेबुनियाद है।मृतक के परिजनों के कहने पर मुखिया पुत्र से पूछताछ की गई।