परवेज अख्तर/सिवान : पचरुखी चीनी मिल की जमीन पर निजी मालिकों द्वारा किए जा रहे कब्जे के खिलाफ ग्रामीणों ने त्रिलोकी सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार को विरोध मार्च निकाला। विरोध मार्च प्रखंड मुख्यालय से शुरू होकर चीनी मिल के उत्तरी छोर पर समाप्त हुआ। इस दौरान ग्रामीणों ने जिला प्रशासन समेत स्थानीय सांसद एवं विधायक के खिलाफ नारेबाजी की तथा उनका पुतला फूंका तथा इन्हें नौटंकीबाज बताया। इसके बाद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जिला परिषद जयकरन महतो ने कहा कि महज 80 लाख रुपये लोन के एवज में इस चीनी मिल की जमीन को भू-माफिया के बीच अवैध रूप से बंदरबांट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार बैंक के लोन की खुद भरपाई करे एवं मिल की जमीन को औद्योगिक क्षेत्र घोषित करें। भाजयुमो नेता सिंह ने कहा कि जिस चीनी मिल को चालू करने के नाम पर चुनाव जीतने वाले स्थानीय सांसद एवं विधायक आज चीनी मिल के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। एक बार भी संसद ने इस समस्या को नहीं उठाया। इस पर उनकी चुप्पी इनके मंसूबे को बयां कर रही है। त्रिलोकी ने नेता द्वय पर आरोप लगाया कि अगर इस मिल की जमीन की नीलामी उच्च स्तरीय जांच की जाए उनकी बेनामी संपत्ति का खुलासा हो जाएगा।
चीनी मिल की जमीन को ले विरोध मार्च
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