पटना: जमुई सांसद व लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान आज सर्राफा कारोबारियों से मिलने बाकरगंज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एसएस ज्वेलर्स के मालिक से भी मिले और पूरी घटना की जानकारी ली। दिनदहाड़े हुई लूट की इस बड़ी वारदात पर दुख जताते हुए चिराग पासवान ने यह सवाल किया क्या यही सुशासन की सरकार है? लालू और नीतीश के शासन में कोई फर्क नहीं।
बता दें कि राजधानी पटना के बाकरगंज स्थित एसएस ज्वेलर्स में शुक्रवार को दिनदहाड़े अपराधियों ने 14 करोड़ से अधिक का सोना और 14 लाख कैश की लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इस घटना के खिलाफ शनिवार को सर्राफा कारोबारियों ने अपनी-अपनी दुकानों को बंद रखा था। सर्राफा कारोबारियों ने पैदल मार्च भी इस दौरान निकाली थी। जिसके बाद सर्राफा कारोबारियों के साथ डीएम और एसएसपी की बैठक भी हुई थी।
आज सर्राफा कारोबारियों से मिलने के बाद जमुई सांसद चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि वे सर्राफा कारोबारियों से मिलने पहुंचे थे। चिराग ने कहा कि जब हम बोलते हैं तब कहा जाता है कि मैं राजनीति कर रहा हूं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मेरे विचार नहीं मिलते हैं इसलिए मैं यह बातें कर रहा हूं ऐसी चर्चा लोग करते हैं। लेकिन मेरा सवाल है कि क्या यही सुशासन की सरकार है? जहां दिनदहाड़े हथियारबंद बेखौफ अपराधियों ने अब तक की सबसे बड़ी लूट की वारदात को अंजाम दिया। जबकि यह इलाका दो तीन थानों से घिरा हुआ इलाका है।
चिराग पासवान ने कहा कि बाकरगंज की इस घटना को देखकर यही कहा जा सकता है कि अपराधियों में पुलिस का भय खत्म हो गया है। बाकरगंज ऐसा इलाका है जहां काफी भीड़भाड़ रहती है। इसके बावजूद अपराधी आए और लूट की बड़ी वारदात को दिनदहाड़े अंजाम देकर पुलिस को चुनौती देने का काम किया। चिराग पासवान ने कहा कि सबसे ज्यादा टैक्स सर्राफा व्यवसायी ही देते है लेकिन इन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाती है। व्यवसायी वर्ग के लोगों को ही अपराधियों द्वारा टारगेट किया जा रहा है। कोई ऐसा जिला नहीं बचा है जहां व्यापारियों को निशाना नहीं बनाया जा रहा है। दूसरे प्रदेश के बिजनेस मैन अब रॉ मेटेरियल देने से भी कतराने लगे हैं। ऐसे में बिहार में व्यवसायी ठप होने के कगार पर हैं।