- क्या एमवाई समीकरण को इकट्ठा कर पाएंगे श्री पांडे?
- महागठबंधन के बिखरे नेताओं को मनाना आसान नहीं, मिल रहा है संकेत !
परवेज़ अख्तर/सिवान:
एक तरफ है शम्मा रौशन, एक तरफ है माहेरूह, इस दोतरफी आग में कैसे बचेगी आबरू ! यह उक्त पंक्तियां सुनकर अटपटा सा जरूर लगता होगा। लेकिन यह पंक्तियां किसी और पर नहीं बल्कि वर्तमान समय में सिवान जिले के बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन के कुछ बिखरे हुए नेताओं पर सटीक बैठ रही है।
आज लगातार कई दिनों से बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन के प्रत्याशी को लेकर तरह-तरह के अटकलों का बाजार गर्म था। लेकिन हाल में ही राजद का दामन थामने वाले श्री बच्चा जी पांडे को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के पुत्र तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के हाथों सोमवार को उन्हें पार्टी का सिंबल देकर महागठबंधन की ओर से चुनावी जंग में उतारा गया है। अभी श्री बच्चा जी पांडे सिंबल की प्राप्ति कर सीवान आने वाले हैं कि तब तक महागठबंधन के कई ऐसे क्षेत्रीय दिग्गज नेता दबी जुबान से बगावत पर उतर आए हैं। उनका यह कहना है कि पार्टी के आलाकमान अगर किसी राजद के सच्चे सिपाही को सिंबल देकर चुनावी जंग में उतारती तो हम सभी पार्टी के आलाकमान के आदेश का अनुपालन करते हुए जी- जान लगाकर एनडीए गठबंधन को ध्वस्त करने में भरपूर सहयोग करते।
क्षेत्र के कुछ दिग्गज महागठबंधन के नेताओं के फूट से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि “बहुत कठिन है,डगर पनघट की”! महागठबंधन में अचानक आई दरार यह सवाल पैदा करने को मजबूर है कि “क्या एमवाई समीकरण को इकट्ठा कर पाएंगे श्री बच्चा जी पांडे?”! बहरहाल चाहे जो हो अगर महागठबंधन बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक गणित के हिसाब से चुनाव नहीं लड़ी तो फिलहाल यहां की वस्तु स्थिति महागठबंधन में अचानक सी आई दरारें घातक साबित हो सकती है ! उधर महागठबंधन के प्रत्याशी श्री बच्चा जी पांडे को लेकर संपूर्ण विधान सभा क्षेत्र के प्रत्येक गांंव में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
लोग जितनी मुंह उतनी बातें करने से परहेज नहीं कर रहे हैं। यहां बताते चले कि महागठबंधन के प्रत्याशी श्री बच्चा जी पांडे इसके पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) से इसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े हुए थे। जिनको जदयू के श्री श्याम बहादुर सिंह ने पछाड़ते हुए इस सीट पर कब्जा जमा लिए थे। अगर श्री श्याम बहादुर सिंह पर प्रकाश डालेे तो यह वही श्याम बहादुर सिंह हैं जिनको सूबे के मुखिया श्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) “सर” कहकर पुकारते हैं। बतादें कि एनडीए (NDA) गठबंधन की ओर से चुनावी मैदान में इस बार भी श्री श्याम बहादुर सिंह हैं। सोमवार को महागठबंधन की ओर से श्री बच्चा जी पांडेे को प्रत्याशी घोषित करने के बाद टिकट बंटवारे को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम तो जरूर लग गया लेकिन महागठबंधन में अचानक आई दरारें को लेेकर चारों ओर चर्चा का विषय बना हुआ है।