परवेज अख्तर/सिवान: जंक्शन इन दिनों रेलवे के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की कमी का दंश झेल रहा है। इस कारण बुधवार को जंक्शन का पीआरएस दो बजे के बाद अचानक आधे घंटे के लिए बंद हो गया। यह देख लाइन में लगे यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना मिलते ही डीसीआई वहां पहुंचे और काउंटर को किसी तरह से खोलवाने का आश्वासन दिया लेकिन दो बजे के बाद किसी भी कर्मी की ड्यूटी नहीं होने के कारण खुद ही कमान संभाल कर यात्रियों को काउंटर से टिकट काटकर दिया। जिसके बाद मामला शांत हुआ वहीं थोड़ी देर के बाद दूसरा काउंटर भी खोला गया।
जबकि वाराणसी के पीआरओ के अनुसार 180 से कम फॉर्म आने के कारण यहां दो ही काउंटर से काम चलाया जा रहा है जो हास्यास्पद है। क्योंकि सिवान में प्रतिदिन 400 से ज्यादा आरक्षण के फॉर्म काउंटर पर पहुंचते हैं। इधर आधे घंटे तक हंगामे के बाद रेलवे प्रशासन की नींद खुली और जीआरपी तथा आरपीएफ ने पीआरएस काउंटर के समक्ष पहुंच कर आक्रोशित लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया। मामले में बताया जाता है कि बुधवार को पीआरएस काउंटर पर काफी संख्या में यात्रियों की भीड़ थी। दो बजे तक दो कांउटर से टिकटों की बुकिंग की गई। इसके बाद जब शिफ्ट चेंज हुआ तो दो बजे से आठ बजे तक काम करने वाले कोई भी बुकिंग क्लर्क उपलब्ध नहीं थे। इसके कारण काउंटर को बंद कर दिया गया। यह देख लाइन में लगे यात्री आक्रोशित हो गए और उनके सब्र का बांध टूट गया और लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के दौरान लोगों ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसकी सूचना डीसीआई गणेश यादव को लगी तो वहां पीआरएस काउंटर के पास पहुंचा गए और देखा की लंबी लाइन है और कोई नहीं है तो वहां खुद ही काउंटर पर बैठ गये और टिकट को काटने लगे। लगभग 40 यात्रियों के टिकट को डीसीआई ने खुद ही काट कर लोगों को दिया। वहीं आरपीएफ और जीआरपी को सूचना मिलने के बाद वहां भी अपने सुरक्षा बल को काउंटर पर भेज कर मामले को शांत कराया और सभी यात्री को लाइन में कतारबद्ध किया गया।
कहते हैं अधिकारी
डीसीआई गणेश यादव ने बताया कि कर्मी की कमी के कारण कुछ देर के लिए काउंटर बंद था लेकिन जैसे ही इसकी सूचना मिला तो मैंने जाकर काउंटर खोल यात्रियों के टिकट की बुकिंग की। वहीं आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह ने बताया कि हंगामे की सूचना मिली तो जवानों को भेजा गया और हंगामे को शांत कराया गया। वही जीआरपी प्रभारी नंदकिशोर सिंह ने बताया कि सूचना पर जवानों को भेजा गया था जिससे मामले को शांत कराया गया।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]