पटना: CM नीतीश कुमार इन दिनों समाज सुधार अभियान पर निकले हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को वह गोपालगंज के मिंज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने जीविका दीदियों से संवाद किया और लोगों को संबोधित किया। CM ने कहा, ‘शराबबंदी के बाद कुछ लोगों की शराब पीने से मौत हुई है। जब वह शराब पीएंगे तो उनकी मौत होगी ही। जब लोगों की मौत होती है, तो लोग कुछ-कुछ बोलने लगते हैं।
दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत की। इस बीच अधिकारियों और नेताओं ने उन्हें अंगवस्त्र, मोमेंट व बुके देकर सम्मानित किया। बता दें, सूबे में पूर्ण नशा मुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन एवं बाल विवाह की मुक्ति को लेकर समाज सुधार अभियान की शुरुआत की गई है। वहीं, कार्यक्रम शुरू होने से पहले सीढ़ी चढ़ते वक्त सीएम के सचिव अनुपम कुमार का पैर फिसल गया। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें सर्किट हाउस भेज दिया गया है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कई जीविका समूह को करोड़ों रुपए का चेक दिया। उन्होंने कहा, ‘शराबबंदी का अभियान जारी रहेगा। जीविका दीदियों की भूमिका इस अभियान में काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी की थी। शराबबंदी के बावजूद कुछ लोग गड़बड़ कर रहे हैं, लेकिन उन लोगों के खिलाफ महिलाएं ही संगठित होकर आवाज बुलंद कर सकती हैं।
उन्होंने कहा, ‘समाज में नशा मुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन और बाल विवाह से मुक्ति के लिए अभियान की शुरुआत की गई है। यात्रा तो समाज सुधार अभियान का एक अंश है। यह समाज सुधार अभियान लगातार चलता रहेगा। हर शहर, गांव और कस्बा में समाज सुधार अभियान जारी रहेगा।
शराबबंदी को लेकर विरोधियों के समीक्षा करने वाले बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कुछ लोगों को बोलने की आदत होती है, लेकिन शराबबंदी का समर्थन राज्य के अधिकतर लोगों ने किया था। शराबबंदी के बाद शराब पीएंगे तो उनकी मौत होगी ही। मौत होती है, तो लोग कुछ-कुछ बोलने लगते हैं।