पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रामविलास पासवान की स्मृति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठाने की घोषणा की है। कहा कि इस दिशा में लोगों की जो मांग है और जो जरूरी है, वे सब पूरे किए जाएंगे। मुख्यमंत्री राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उन्हें नमन करने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
श्रद्धांजलि देने राज्यपाल फागु चौहान भी रालोजपा कार्यालय पहुंचे। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस ने अगवानी की। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप ने भी राम विलास पासवान को श्रद्धांजलि देकर उनके योगदानों को याद किया। राजनीतिक दिग्गजों ने रामविलास पासवान के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी भी देखी।
रामविलास जी के प्रति मेरी श्रद्धा रही है और सब दिन रहेगी। वह बहुत जल्द ही हमें छोड़कर चले गए। रामविलास जी ने जिस तरह से लोगों के विश्वास को जीता था, उसे बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
आज मैं जो कुछ भी हूं, अपने बड़े भाई रामविलास पासवान की वजह से हूं। हमें उम्मीद है कि भारत सरकार स्व. रामविलास पासवान को भारत रत्न से सम्मानित कर गरीब, दलितों का मान-सम्मान बढ़ाएगी।
पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री
रामविलास पासवान एक ऐसे व्यक्ति थे जो सर्वसमाज को जोड़कर रखते थे। एनडीए में आने के बाद ही मैं उनसे जुड़ा। वह जहां भी हों, हम पर, परिवार पर, अपनी पार्टी पर और देश पर कृपा बनाएं रखें।
गिरिराज सिंह, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री
रामविलास पासवान जी को भारतरत्न मिले। वह पितातुल्य थे, उनसे हमारा पारिवारिक रिश्ता था। उनका राजनीति में जो कद था, उससे काफी पहले से हमारी जान-पहचान थी, इसलिए यहां आना स्वभाविक था।
तेजप्रताप यादव, राजद विधायक