पटना: बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत के आज़ादी वाले बयान विवाद जारी है. बयान पर लगातार नेता अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसी क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. जनता दरबार के खत्म होने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान बयान संबंधी सवाल का जोवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है. हमें आश्चर्य लगता है कि ऐसे लोगों की बात को पब्लिश कैसे किया जाता है. इन सब चीजों का क्या महत्व है.
ऐसे बयानों का कोई महत्व नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा, ” व्यक्ति के बारे में आप कह ही नहीं सकते हैं कि कौन क्या बोलेगा. ऐसे चीजों पर कोई ध्यान भी देता है क्या ? कौन नहीं जानता है कि आजादी कब हुई. ऐसे बयानों का कोई महत्व नहीं. देकर मजाक उड़ा देना चाहिए था. कुछ लोगों की आदत होती है, हम ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देते हैं.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपारण में बापू के आने के बाद कितनी तेजी से देश में आंदोलन बढ़ा और तीस साल के अंदर देश आजाद हो गया. बिहार के लोगों के बारे में गलतफहमी पैदा की जाती है. बिहार के अधिकतर लोग इन सब चीजों के मामले में बहुत अच्छे विचार के हैं. चंद लोग तो गड़बड़ होंगे ही, दुनिया में कोई कह ही नहीं सकता है कि हर आदमी ठीक हो जाएगा. ये संभव नहीं है. दुनिया में कहीं भी देख लीजिये हर आदमी ठीक नहीं हो सकता है.
चर्चा में बने रहना चाहते हैं बोलकर
इस दौरान राहुल गांधी के हिंदुत्व वाले बयान पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये उन्हीं से पूछिए, पूरा बताएंगे. इन सब चीजों पर क्या चर्चा करना. कुछ लोग कुछ बोलकर चर्चा में बने रहना चाहते हैं. उनको काम में रुचि नहीं है. हम लोगों को काम में रुचि है. जनता की सेवा करना ही हमारा धर्म है, हम उसी में लगे रहते हैं. हम व्यक्ति विशेष के किए नहीं कह रहे हैं. ज्यादातर लोगों के मन में रहता है कि कुछ बयानबाजी करते रहो ताकि पब्लिसिटी मिलती रहे. बिहार में देखियेगा तो कुछ लोग मेरे खिलाफ बोलते हैं ताकि उनको पब्लिसिटी मिले. उनको मालूम है कि मेरे खिलाफ बोलेंगे तो पब्लिसिटी मिलेगी.