पटना: नशा मुक्ति दिवस पर पटना में बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने 2015 में ही तय कर लिया था शराबबंदी लागू करेंगे। सीएम नीतीश ने शराबबंदी पर सवाल उठाने वालों पर खूब बरसे। सीएम नीतीश ने मुख्य सचिव और डीजीपी को कहा कि आज जो लोग शपथ लिये हैं वो कागज पढ़े हैं या नहीं या सिर्फ खड़े हो गये हैं इसकी भी जांच करवाइए।
सीएम नीतीश ने मुख्य सचिव और डीजीपी से कहा कि आज जो शपथ लिये वो शपथ लिये कि नहीं या सिर्फ कागज लेकर खड़े हो गये। आपलोग इसको दिखवाइए। शपथ लेने पर मन में भावना तो आती ही है। आपलोग देखिए कि कागजवा पढ़ा है कि नहीं? सीएम ने हाथ जोड़कर डीजीपी-मुख्य सचिव से कहा- हम उम्मीद करें न आप लोगों से कि दिखवाइएगा कि शपथ पत्र पढ़ा कि नहीं?
सीएम नीतीश ने कहा कि शराबबंदी कानून लागू करने से लोगों में खुशी है। 2017 में हमने आज के दिन 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। हम तो शुरू से कह रहे,कोई भी काम करियेगा,100 फीसदी लोग उसे स्वीकार नहीं कर सकते। कुछ न कुछ तो गड़बड़ करेगा ही। चंद लोग गड़बड़ी करेगा ही। गड़बड़ करने वाले लोग धीरे-धीरे खत्म होंगे। हमने 9 बार शराबबंदी की समीक्षा की है। इस बार तो जहरीली शराब से और भी ज्यादा मौत हुई है। 2018 में भी जहरीली शराब से मौत हुई थी। तब हमने कई आदेश दिया था और कार्रवाई भी की थी। शराब पीने की वजह से सड़क दुर्घटना होती है।