परवेज अख्तर/सिवान : शहर के गांधी मैदान परिसर में बिहार राज्य प्रेरक व समन्वयक संघ ने जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक की। इसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए के खिलाफ घर-घर दस्तक कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार के दोहरीनीति के कारण बिहार के 19 हजार प्रेरक व समन्वयकों की जिंदगी बेकार हो गई है। 2018 में सेवा समाप्त कर दी गई। बिहार के प्रेरक व समन्वयकों की सेवा समाप्त करने का खमियाजा इस लोक सभा चुनाव में सरकार को उठाना पड़ेगा। बैठक के दिन से ही जिले के सभी प्रखंडों में बैठक कर सरकार के खिलाफ प्रेरक व समन्वयक प्रचार में जुट जाएंगे। संघ के प्रदेश प्रवक्ता सह जिला सचिव ऋषिदेव साह ने कहा कि वर्तमान में एनडीए सरकार साक्षरता विरोधी है। जिसकी करनी और कथनी में अंतर है। मोदी सरकार ने कहा था कि हर वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे। लेकिन वास्तविकता यह है कि 31 मार्च 2018 को साक्षर भारत कार्यक्रम बंद कर देश के साढ़े पांच लाख साक्षरता कर्मियों को बेरोजगार कर दिया गया। हम सभ साक्षरता कर्मी बिहार सरकार के विभिन्न योजनाओं को सफल बनाने का काम किया है। इसमें शराबबंदी के विरूद्ध मानव शृंखला, पशु गणना, सात निश्चय के तहत योजना का प्रचार-प्रसार एवं विभिन्न योजनाओं के साथ निरक्षर का प्रदेश से कलंक मिटाने का काम किया है।
समन्वयक सरकार के खिलाफ घर-घर देंगे दस्तक
विज्ञापन