पटना: बिहार सरकार हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस मनाती है। मंगलवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में CM नीतीश कुमार ने समारोह का उद्घाटन किया। जल-जीवन-हरियाली थीम पर आधारित बिहार दिवस को लेकर राज्य के सभी जिलों में कार्यक्रम हो रहे हैं। कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के तीन साल बाद इस बार यह आयोजन हो रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कार्यक्रम में पहुंचे। इस मौके पर बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार अपने गौरव को हासिल कर रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने अपनी बात रखी।
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने बंगाल के विभाजन के बाद पृथक प्रशासनिक इकाई के तौर पर बिहार के गठन की कहानी बयान की। उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन और इसमें बिहार की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने मुजफ्फरपुर में क्रांतिकारी घटना को अंजाम देने वाले खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी से लेकर दादा भाई नौरोजी तक का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बिहार के लिए 22 मार्च की तारीख बेहद अहम है, लेकिन किसी सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया। नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बनने के बाद 22 मार्च के महत्व को समझा और आम लोगों के सामने बिहार की गौरवशाली परंपरा को स्थापित किया।
मुख्य आयोजन गांधी मैदान में हो रहा है। वहीं, कुछ कार्यक्रम श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में किया जा रहा है। इस अवसर पर गांधी मैदान में VIP पवेलियन, किलकारी पवेलियन, जन शिक्षा पवेलियन और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के लिए सांस्कृतिक पवेलियन बनाए गए हैं। जिसमें विभिन्न कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। पहली बार गांधी मैदान में 500 ड्रोन से ड्रोन शो किया जा रहा है।
बिहार दिवस का आयोजन 22, 23 और 24 मार्च यानी तीन दिनों तक चलेगा। ड्रोन का करतब गांधी मैदान में किया जा रहा है। आज कैलाश खेर, रेखा भारद्वाज और सुखविंदर सिंह का गायन मुख्य मंच की सबसे बड़ी खूबसूरती होगी। एसकेएम में मेहमूद फारुखी कर्ण कथा सुनाएंगे। अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन को गजल गाते हुए आप सुन सकेंगे। ठुमरी गाने सुरेन्द्र शर्मा आएंगे।