- 27 सितंबर को भारत बंद का पूरी ताकत से होगा समर्थन
- कार्यालय में प्रेस से बातचीत में माले नेताओं ने दी जानकारी
परवेज अख्तर/सिवान: पंचायत चुनाव में सीवान में भाकपा माले बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों को हराने के लिए साझी रणनीति पर काम करेगी। इसके साथ ही भाकपा-माले केन्द्र सरकार की देश बेचने की मुहिम के खिलाफ 27 सितंबर को भारत बंद का पूरी ताकत से समर्थन करेगी। माले नेताओं ने दाहा नदी पर वैकल्पिक पीपा पुल बनाने व दाहा नदी को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग करते हुए 10 साल के अंदर पुल टूटने की ऊंचस्तरीय जांच की मांग की है। पार्टी कार्यालय में गुरुवार को प्रेसवार्ता में माले नेताओं ने इसकी जानकारी दी। माले के पोलित ब्यूरो सदस्य व जिला प्रभारी धीरेंद्र झा ने बताया कि किसान आंदोलन के प्रति मोदी निजाम का दमनात्मक रुख व किसान विरोधी-देश विरोधी कृषि कानूनों की वापसी को लेकर दिखलाता अड़ियल रवैया यह बतलाता है कि यह सरकार कारपोरेट परस्त पूंजीपतियों की गोद में खेल रही है।
पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा कि ऐतिहासिक किसान आंदोलन के समर्थन में बिहार में किसानों- बटाईदारों का आंदोलन तेज होगा। दरौली विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के गृह ज़िला में 90 फीसदी स्वास्थ्य उपकेंद्रों का बंद रहना, डॉक्टर्स समेत स्वास्थ्य विभाग में हज़ारों पदों का खाली रहना चिंता की बात है। केंद्रीय कमिटी के सदस्य नईमुद्दीन अंसारी ने कहा कि जिले में बढ़ता अपराध चिंता का विषय है। ऐपवा जिला सचिव सोहिला गुप्ता ने कहा कि पटना-दिल्ली की सरकार लगातार पंचायतों के अधिकारों में कटौती कर अफसरशाही थोप रही है। जिला सचिव हंसनाथ राम ने कहा कि दलित-गरीबों के रोज़ी-रोटी, मान-सम्मान व विकास के मुद्दे को लेकर पंचायत चुनाव में अभियान माले चलाएगी।