पटना: बिहार में एक बार फिर कोरोना को लेकर दहशत का माहौल है। संक्रमण की रफ्तार देश के कई राज्यों में बढ़ने लगी है। बिहार में हालात सामान्य हैं, लेकिन खतरे को देखते हुए अस्पताल को अलर्ट कर दिया है। वही इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में मास्क और एंटीजन टेस्ट के सहारे कोरोना को रोकने की तैयारी चल रही है.
जबकि अन्य अस्पताल भी ऐसे ही मोड पर आ रहे हैं। पटना एम्स भी कोरोना को लेकर बचाव की तैयारी पर मंथन कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग में अफसरों की बैठक लगातार चल रही है, जिसमें संक्रमण पर पूरी पड़ताल की जा रही है। बिहार मे एक्टिव मामलों की संख्या 13 है, लेकिन बाहर से आने वालों को लेकर खतरा बना हुआ है।
बिहार में मौजूदा समय में कोरोना की रफ्तार काफी कम है, एक दिन में जांच 60 से 70 हजार तक हो रही है। नए मामले काफी कम है, लेकिन अब तक कोरोना के बढ़ने की जो रफ्तार या फिर ट्रेड रहा है वह अचानक से हुआ है। जब भी कोरोना बढ़ा है तो जल्दी काबू में नहीं आया। हालात ऐसे ही बन रहे हैं, बिहार में राहत है लेकिन देश के कई राज्यों में संक्रमण बढ़ रहा है। कोरोना के चौथी लहर का खतरा बाहर से आने वाले बढ़ा सकते हैं। इस समय रमज़ान चल रहा है और ईद में बाहर से आने वालों की संख्या बढ़ जाएगी। बिहार में आने वाले अधिकतर दिल्ली और मुंबई से आएंगे जहां कोरोना का संक्रमण अधिक है। ऐसी स्थिति में खतरा बढ़ जाएगा।
देश में 11 सप्ताह में कोरोना के आंकड़ों में गिरावट के बाद फिर से कोरोना का केस तेजी से बढ़ रहा है। इस बार ज्यादातर मामला बच्चों में देखा जा रहा है। दिल्ली, हरियाणा, यूपी में भी केस तेजी से बढ़े हैं। मुंबई में भी केस बढ़ रहे हैं। हालांकि राहत यही है कि यूपी की तरह बिहार में केस नहीं बढ़ रहे हैं। अस्पतालों ने खतरा भांप लिया है और सिस्टम को संक्रमण से बचाने के लिए पूरी तैयारी की है।
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान ने तो मास्क को लेकर सख्ती कर दी है। अब संस्थान में बिना मास्क के एंट्री बंद कर दी गई है। मरीजों की एंटीजन भी कराई जा रही है। पटना एम्स में भी ऐसे ही खतरे से बचने को लेकर तैयारी चल रही है। स्वास्थ्य विभाग भी बहुत जल्द मास्क और सोशल डिस्टेंस को लेकर बड़ा आदेश जारी कर सकता है।