गांव को सेनिटाइज व पीड़ितों को आर्थिक सहायता देने की मांग
राहुल चौधरी/सिवान: एक तरफ पूरा देश व राज्य कोरोना महामारी से त्राहिमाम कर रहा है. जहां शहरों से अब गांव में भी यह महामारी पांव पसार चुका है. वहीं गांव में स्वास्थ्य विभाग व प्रखंड प्रशासन की अनदेखी से यह महामारी भयावह होती जा रही है. प्रखंड के गायघाट पंचायत के राजस्व ग्राम में कोरोना व अन्य बिमारियों ने डरावना रूप धारण कर लिया है. स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक एक माह में कोरोना सहित विभिन्न बिमारियों ने 32 लोगों की जान लेकर कई घरों को उजाड़ दिया है. मरने वाले लोगों में गायघाट गांव से किताबन खातून, खुर्शेद मियां, दारोगा यादव, शुभांति देवी, प्रभुराम सोनी, ललन सोनी, अलीदत अंसारी, हैदर मियां, रामेश्वर यादव, डॉक्टर सोनी, बबीता देवी, सोनमती देवी, रानी देवी, असगरी खातून, मदीना मियां, गुलाइची देवी आदि शामिल हैं.
वहीं मितवार गांव से कल्पना सिंह, शिवनाथ सिंह, गोरख सिंह, मीना देवी, पार्वती देवी शामिल हैं जबकि महमूदपुर गांव से मुन्ना साईं, अख्तर शाह, शाहजफर, नसरुल्लाह शाह व रामाकृष्ण महतो शामिल हैं. इन सभी मौतों को देखते हुए पूर्व मंत्री व जदयू नेता विक्रम कुंवर ने बताया है कि पूरे पंचायत को अविलंब सेनेटाइज करवाया जाए और स्वास्थ्य विभाग के तहत इस गांव में कैम्प के माध्यम से कोरोना टेस्टिंग जरूर किया जाय. वहीं वैसे पीड़ित परिवारों के आश्रितों को इस विपदा की घड़ी में आर्थिक सहायता प्रदान की जाए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार द्वारा सभी व्यवस्था व सहूलियत उपलब्ध करवाने के बावजूद बड़े पदाधिकारियों से लेकर छोटे पदाधिकारी इस दौरान लूट-खसोट में लगे हैं. इससे गांवों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.