पटना: कोरोना व होम आइसोलेशन को लेकर दवाएं घरों में स्टॉक होने लगी हैं। कोरोना के होम आइसोलेशन में दी जाने वाली एंटीबायोटिक से लेकर अन्य दवाएं केस बढ़ते ही डिमांड में आ गई हैं। पटना में सामान्य दिनों में इन दवाओं की सेल एक दिन में 50 लाख तक होती थी, जो अब एक करोड़ तक पहुंच गई है। कम्युनिटी स्प्रेड में अभी दवा की डिमांड और बढ़ेगी, जिसके लिए अब सरकार भी एक्सरसाइज में जुट गई है। IMA ने भी सरकार को दवा और ऑक्सीजन पर नियंत्रण को लेकर अलर्ट किया है।
बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन का कहना है, ‘कोरोना के संक्रमण के साथ ही होम आइसोलेशन वाली दवा की डिमांड बढ़ गई है। पटना में सामान्य दिनों में होम आइसोलेशन वाली दवाएं लगभग 50 लाख की एक दिन में बिकती हैं। इन दवाओं में एंटी एलर्जी, बुखार दर्द और एंटीबायोटिक के साथ मल्टी विटामिन और विटामिन की दवाएं शामिल हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पटना के DM, सिविल सर्जन, ड्रग कंट्रोलर एवं ड्रग एसोसिएशन की बैठक में कोविड की स्थिति को देखते हुए दवाओं के वितरण एवं स्टॉक पर मंथन किया गया है। बैठक में IMA अध्यक्ष डॉ. सहजानन्द प्रसाद सिंह, राज्य सचिव डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि दवा की कमी नहीं हो, इसके लिए पहले से अलर्ट रहना होगा।
IMA के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानन्द प्रसाद सिंह ने कहा कि IMA हर कदम पर राज्य सरकार का साथ देने के लिए तैयार है। ऑक्सीजन सप्लाई और आवश्यक दवाओं को लेकर नियंत्रण की व्यवस्था बनाई जाए। इससे भविष्य में कोरोना के होम आइसोलेशन में समस्या नहीं हो।
एजिथ्रोमाइसिन 500 और विटामिन C का स्टॉक अधिक किया जा रहा है। इस कारण यह दवाएं अधिक डिमांड में हैं। इसके बाद सेटजिन व मल्टीविटामिन व फीवर की पैरासिटामॉल का स्टाॅक किया जा रहा है। एंटीबायोटिक एजिथ्राॅल का 5 दिनों का डोज होता है, लेकिन इसे खरीदने वाले 2 से 5 स्टिप ले रहे हैं। ऐसे ही पैरासिटामॉल की गोली लोग एक बार में 5-5 स्टिप ले रहे हैं।