परवेज अख्तर/सिवान : कोरोना से बचाव को लेकर वैसे तो हर किसी को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। लेकिन 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों का खास ख्याल रखना बहुत जरूरी है। इस अवस्था में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के चलते संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। सदर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डा. मो. नेसार ने बताया कि कोवीड-19 के संक्रमण का खतरा आम लोगों की तुलना में दोगुना होता है। इसलिए बुजुर्गों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। ख़ासकर ऐसे बुजुर्ग जो किसी गंभीर रोग जैसे मधुमेह, ह्रदय रोग, फेफड़े एवं गुर्दे के रोग से पीड़ित हों, उनके परिवार को बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। ऐसे समय में बुजुर्गों के खानपान पर भी पूरी तरह से ध्यान दिया जाए ताकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता बरकरार रहे। उनको ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ सेवन करने को दिए जाए, जैसे- गुनगुना पानी, जूस, नीबू रस गुनगुने पानी के साथ, तुलसी-अदरक वाली चाय आदि। भोजन में दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां और दाल की भरपूर मात्रा होनी चाहिए। मौसमी और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फल जरूर लें। इसके आलावा जो लोग मांसाहारी हैं वह अच्छे से पके हुए चिकन-मटन व अच्छी तरह से उबाले गए अंडे का ही सेवन करें। कोरोना वायरस से बचने का सही तरीका ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतना हीं है, ताकि वायरस को पूरी तरह से ख़त्म किया जा सके। हाथों को बार-बार साबुन-पानी से अच्छी तरह से धोएं, हाथों से मुंह-आंख व नाक को अनावश्यक न छुएं, छूने के बाद हाथों को धोएं, घर के बार-बार इस्तेमाल होने वाले स्थानों की सफाई पर खास ध्यान दें और बाहरी लोगों के संपर्क में आने से बचें।
कोरोना से जंग : रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पदार्थों का करें सेवन
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