पटना: पश्चिम चंपारण के बगहा अनुमंडल में कोरोना टीकारण में स्वास्थ्यकर्मियों का उत्साह राज्य में मिशाल कायम कर रहा है। बगहा के बनकटवा करमहिया और नौरंगिया जैसे पंचायतों में टीकाकरण में काफी मुश्किलें आ रही थी। लेकिन स्वाथ्यकर्मियों ने ट्रैक्टर से और पैदल पहुंचकर टीकाकरण शुरु कर दिया है। रामनगर पीएचसी के स्वास्थ्यकर्मियों को दोन क्षेत्र के इन पंचायतों में पहुंचने में चार घंटे लगे। क्योंकि कभी ट्रैक्टर से तो कभी पैदल चलना पड़ा। क्षेत्र के नौ गांवों में टीकाकरण शुरु हो गया है।
रामनगर पीएसची के प्रभारी डॉ चंद्रभूषण ने बताया कि बरसात में इन इलाकों में बाढ़ आ जाती है। बाढ़ के कारण आवागमन लगभग ठप पड़ जाता है। इस वजह से वहां टीकाकरण शुरु नही हो पाया था। क्षेत्र के लोगों को कोविड से सुरक्षित करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की टीम बनाई गयी। इस टीम को ट्रैक्टर से वहां जाने के लिए तैयार किया गया जिनमें महिलाकर्मी भी शामिल हैं। पहले चरण में नौ गांवों के लिए चार हजार डोज उपलब्ध कराया गया है। डॉक्टर की देख रेख में लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। टीकाकरण शुरु हो जाने से वहां के लोग भी काफी उत्साहित हैं। प्रभारी डॉ चंद्रभूषण ने टीम में शामिल सभी कर्मियों को उनके साहसिक कार्य के लिए बधाई दी है।
गौरतलब है कि बगहा के दोन इलाके के में बरसात और बाढ़ में आवागमन काफी मुश्किल हो जाता है। इस साल ज्यादा बारिश और बाढ़ के कारण कई पुल पुलिया टूट गये हैं। वहां पहुंचने के लिए ट्रैक्टर या पैदल के अलावा फिलहाल कोई साधन नही है। पूर्व में दोन इलाके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गयी थी। लेकिन रास्ते पर जलजमाव की वजह से टीम नही पहुंच सकी। लोग बेसब्री से टीका लगाए जाने का इंतजार कर रहे थे। टीम पहुंचने के पहुंचने पर लोग उत्साह से टीका ले रहे हैं। बता दें कि इससे पहले मुजफ्फरपुर के बाढ़ग्रस्त कटरा और आराई प्रखंडों में बाढ़ में घिरे लोगों को टीका लगाने के लिए बोट एम्बुलेंस चलाया गया था। टीकाकर्मी की टीम ने बाढ़ के बीच फंसे लोगों के ठिकाने तक पहुंचकर उन्हें टीका लगाया था। पूरे देश में यह खबर चर्चा में आई थी और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया नें भी ट्वीट करके इसकी सराहना की थी।