• किसी भी मरीज का इलाज करते समय मास्क व गाउन का करें प्रयोग
• मरीज के देखने के अच्छी करें हाथ की धुलाई
• अस्पतालों को भी किया जायेगा सेनिटाईजड
छपरा:- जिलास्वास्थ्य समिति के सभागार में कोरोनावायरस को लेकर सभी प्रखंडों प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों व बीसीएम का उन्मुखीकरण किया गया। प्रशिक्षण में सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कोरोनावायरस से बचने के लिए सर्तक व सजग रहनें की आवश्यकता है। चिकित्साकर्मियों को भी अपना सुरक्षा करना होगा। उन्होने सभी चिकित्सकों को कहा कि किसी मरीज का इलाज करते समय गाउन व सर्जिकल मास्क का उपयोग जरूर करें। मरीजों को देखने के बाद अपने हाथ की धुलाई सेनिटाईजर या साबुन से अच्छी तरह से करें। उन्होने कहा अगर सेनिटाईजर उपलब्ध नहीं हो तो मेडिकेटेड स्प्रीट से भी अपनी हाथ की धुलाई कर सकते हैं। सीएस ने कहा कि गाउन को भी समय-समय पर धुलाई करने की आवश्कता है। गाउन को धुलाई करने बाद अच्छी तरह से धूप में सुखाए। अस्पताल में एक साथ ज्यादा भीड़ जमा नहीं होने दें। एक मरीज के साथ अगर जरूर हो तब हीं अटेंडेंट को अस्पताल में आने दें। सिविल सर्जन ने कहा कोरोनावायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसी बहुत जरूरी है। इसलिए आप सभी सोशल डिस्टेंसी बनाकर रखें। सीएस ने कहा कि 31 मार्च तक परिवार नियोजन के अंतर्गत होने वाले ऑपरेशन को बंद कर दिया गया है। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, डीआईओ डॉ. अजय कुमार शर्मा, डीपीएम अरविन्द कुमार, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. रंजितेष कुमार, यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी, डीएमएनई भानू शर्मा्, सीफार के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
अस्पताल को किया जायेगा सेनिटाईजड
डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. रंजितेष कुमार ने कहा कोरोनावायरस से बचाव के लिए अस्पताल को भी सेनिटाईजड किया जायेगा। इसके दवा काउंटर, पंजीकरण काउंटर, टेबल फैन, स्वीच की प्रत्येक तीन से चार घंटे में सफाई करें। इसके लिए हाईपो क्लोराईड से पूरे अस्पताल के फर्श की धुलाई कराया जायें। एक लीटर पानी में 5 ग्राम या दस लीटर पानी में 50 ग्राम हाईपोक्लोराइड मिलाकर अस्पताल के फर्शों पूरी तरह से साफ-सफाई किया जायेगा।
आरबीएसके की टीम करेगी सहयोग
डीपीएम अरविन्द कुमार ने कहा कोरोनावायरस से निपटने के लिए आरबीएसके की टीम भी सहयोग करेगी। उन्होने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को कहा कि अपने क्षेत्र में कार्यरत आरबीएसके की टीम का सहयोग लें। इसके लिए आरबीएसके टीम को निर्देशित किया गया है कि जो लोग दूसरे देशों से आये हैं। उनको 14 दिनों तक होम आईसोलेशन में रखा जायेगा। प्रतिदिन आरबीएसके की टीम घर- घर इसका सर्वे करेगी और सर्वे फार्मेट में लोगों से सवाल पूछेगी कि क्या आपको खांसी है? क्या आपको सर्दी-बुखार या दर्द है? इस तरह का सवाल पूछकर फॉर्मेट में रिपार्ट जिला मुख्यालय को भेजा जायेगा। इसका प्रतिदिन जिलास्तर पर मॉनिटरिंग किया जायेगा।
सेनिटाईजड एंबुलेंस की सुविधा
अगर कहीं सूचना मिलता है कि कोरोनावायरस का संदिग्ध मरीज है या उसमें लक्षण दिखाई देता है तो उसके सेनिटाईजड एंबुलेंस की सुविधा जिलास्तर से उपलब्ध करायी जायेगी। जिसमें कोरोनावायरस प्रोटेक्शन कीट के साथ स्वास्थ्यकर्मी तैनात रहेंगे।