परवेज अख्तर/सिवान : शहर के टाउन हॉल में गुरुवार को भाकपा माले के दो दिवसीय 11वां जिला सम्मेलन की शुरुआत हुई। कार्यक्रम की शुरुआत में राज्य सचिव कामरेड कुणाल व उपस्थित गणमान्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से परिसर में झंडोत्तोलन कर किया। कामरेड कुणाल ने अपने संबोधन में कहा कि देश के संविधान, लोकतांत्रिक संस्थाओं, राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाली भाजपा सरकार के खिलाफ हम सबको एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सांप्रदायिकीकरण, अंधराष्ट्रवाद, राजकीय आतंक तथा सैन्यीकरण देश को फांसीवाद की ओर ले जा रहा है। साथ ही नीतीश सरकार पर भी दोहरे चरित्र अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बोलते कुछ हैं और करते कुछ और हैं। कामरेड कुणाल ने कहा कि राफेल डील ने साबित कर दिया है कि मोदी सरकार को देश के सुरक्षा-सम्मान से कोई मतलब नहीं है और वह मात्र अंबानी-अडाणी जैसे कॉरपोरेट घरानों की पैरोकारी करने वाली सरकार बनकर रह गई है। जिस सरकार को क्षणभर के लिए गद्दी पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार भी पूर्व की सरकार के नक्शे कदम पर चलते हुए आक्रामक रूप से किसान-मजदूर विरोधी नीतियों को लाद रही है। केंद्र व राज्य सरकार गरीब उजाड़ों अभियान चला रही है। इस दौरान राज्य सचिव की रिपोर्ट को कुछ संशोधनों के साथ पारित किया गया। सम्मेलन में विभिन्न परियोजनाओं में जबरिया विस्थापन, कॉरपोरेट कंपनियों द्वारा की जा रही जल-जंगल-जमीन की लूट, पर्यावरणीय विनाश, पेट्रोल- डीजल के दामों में बढ़ोतरी, बेतहाशा बढ़ती मंहगाई, बेरोजग़ारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए गए।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए अन्य वक्ताओं ने कहा कि जनतंत्र को सही-सही परिभाषित करते हुए दलितों, मजदूरों, किसानों, बटाइदारों, अनुबंध पर कार्यरत कर्मियों की मांगों और अधिकारों के लिए बड़ा जनांदोलन चलाते हुए माले इस जिले के सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनने की ओर अग्रसर है। मौके पर पूर्व राज्य सचिव नंदकिशोर प्रसाद, राज्य स्थाई समिति के सदस्य सह पर्यवेक्षक इंद्रजीत चौरसिया, पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, केंद्रीय कमिटी के जिला सचिव नैमुद्दीन अंसारी, रमेश प्रसाद, जिला पार्षद सोहिला गुप्ता, आइसा सदस्य जयशंकर पड़ित समेत सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।