तीन बैग में दुकानदार ने रखा था 200 पीस मोबाइल, कीमत दस लाख के करीब
शहर के लालकोठी के समीप बाइक सवार अपराधियों ने बनाया निशाना
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के नगर थाना क्षेत्र के बबुनिया रोड लाल कोठी के समीप सोमवार की देर शाम हथियारबंद अज्ञात अपराधियों ने मोबाइल दुकानदार से 10 लाख रुपए की मोबाइल लूट लिया. घटना उस वक्त की है जब मोबाइल दुकानदार अपने दुकान को बंद कर घर लौट रहा था. वह प्रतिदिन की भांति दुकान में मौजूद मोबाइल फोन तीन बैग में भरकर घर लौट रहा था. इसी दरम्यान पहले से घात लगाए बैठे अपराधियों ने मोबाइल दुकानदार के मोबाइल से भरा तीनों बैग छीन लिया और फरार हो गये. घटना के संबंध में मोबाइल दुकानदार शाहबाज अली ने बताया कि सोमवार की देर शाम 8:30 बजे अपना दुकान न्यू एसएस मोबाइल बंद कर अपने बहनोई व एक भांजा के साथ दुकान में रखा सारा मोबाइल को बैग में लेकर आ रहे थे. दुकान मालिक शाहबाज अली के बहनोई मो. इस्माइल व भांजा मो. दानिश अपने घर मखदूम सराय लहरा टोली के लिए निकले जैसे ही वो लोग लाल कोठी के समीप पहुंचे ही थे कि एक बाइक से एक व्यक्ति उनके बाइक के आगे से आकर ठोकर मार दिया और गाड़ी रोककर इस्माइल और दानिश से माफी मांगने लगा. इसी दौरान पीछे से एक दूसरी बाइक जिस पर दो युवक मुंह बांध के बैठे हुए थे. वह अपनी बाइक इस्माइल के बाइक के बगल में खड़ा कर बैग लेकर बैठे दानिश और इस्माइल पिस्टल सटाकर उनके बाइक की चाबी छीन ली. इसके बाद तीनों बैग और उन दोनों का मोबाइल फोन भी लेकर लेकर बबुनिया मोड़ की तरफ भाग निकले मोहम्मद इस्माइल ने बताया कि भाग रहे अपराधियों का दौड़ कर कुछ देर पीछा किया, मगर वह लोग बाइक से काफी तेजी में निकल गया. जिसके बाद दूसरे राहगीर से मोबाइल फोन मांग कर अपने साले शाहबाज अली को फोन किया. फिर सभी लोग मिलकर नगर थाने इस मामले की सूचना पुलिस को देने पहुंचे और इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई. इस घटना के बाद मंगलवार को मोबाइल दुकान बंद रहा. वहीं नगर थाना के एसआई उज्जवल कुमार और एसआई रामबालक यादव ने मोबाइल दुकानदार को बुलाकर घटनास्थल पर छानबीन की. साथ ही साथ वहां लेगे सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अपराधियों की पहचान करने की बात कही. मोबाइल दुकान मालिक शाहबाज अली ने बताया कि दो माह पूर्व वे दुकान से शटर तोड़कर दुकान में रखे कम दाम वाले की पैड मोबाइल की चोरी हुई थी. साथ ही साथ बगल के भी एक मेडिकल स्टोर में चोरी की घटना हुई थी. जिसके बाद दुकान में मोबाइल फोन नहीं रखता था. दुकान बंद करने के समय दुकान में सजी सभी मोबाइल फोनों को बैग में लेकर रोजाना घर लेकर चले जाते थे.